"तो विनाश से नहीं बचेगा अमेरिका"
१५ मई २०१७उत्तर कोरिया ने एक और सफल मिसाइल परीक्षण करने का दावा किया है. रविवार को टेस्ट के दौरान मिसाइल सैकड़ों किलोमीटर ऊपर गई और फिर 700 किलोमीटर दूर पश्चिमी जापान के समुद्र में गिरी. 24 घंटे बाद उत्तर कोरिया ने इसके सफल परीक्षण का दावा किया.
इसके साथ ही उत्तर कोरिया ने अमेरिका को धमकी भी दी. कोरियाई सेंट्रल न्यूज एजेंसी (KCNA) के मुताबिक, "टेस्ट फायर का मकसद हाल में विकसित किये गए और भारी परमाणु हथियार ढोने में सक्षम बैलेस्टिक रॉकेट का रणनीतिक और तकनीकी मूल्यांकन था."
अमेरिका को सीधी चेतावनी देते हुए उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन ने कहा, "अगर अमेरिका बेतुके ढंग से उत्तर कोरिया को भड़काने की कोशिश करेगा, तो वह इतिहास के बड़े विनाश से नहीं बचेगा."
दक्षिण कोरिया की सेना ने मिसाइल टेस्ट की पुष्टि की है. लेकिन उसकी सफलता पर दक्षिण कोरिया को संदेह है. कहा जा रहा है कि मिसाइल पृथ्वी के वायुमंडल से बाहर निकलने के बाद वापस वायुमंडल में नहीं लौट सकी. एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप तक मार करने वाली ICBM का वायुमंडल में दोबारा दाखिल होना जरूरी होता है. लेकिन यह भी माना जा रहा है कि इन परीक्षणों के जरिये उत्तर कोरिया धीरे धीरे ICBM विकसित करने के करीब बढ़ रहा है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के तमाम प्रतिबंधों के बावजूद उत्तर कोरिया इस साल कई मिसाइल टेस्ट कर चुका है. उत्तर कोरिया के परीक्षणों के बाद कोरियाई प्रायद्वीप, जापान और चीन में चिंता का माहौल है. दक्षिण कोरिया और जापान में अमेरिकी सेना के बड़े ठिकाने हैं. अपने ठिकानों और मित्र देशों की मदद के लिए अमेरिका परमाणु पनडुब्बी और मिसाइल डिफेंस सिस्टम दक्षिण कोरिया में लगा चुका है. अमेरिकी नौसेना का विमानवाही युद्धपोत भी इलाके में है.
रविवार के मिसाइल परीक्षण के बाद अमेरिका और जापान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक बुलाई है. बैठक मंगलवार को होगी.
(क्या है उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया का विवाद)
ओएसजे/एमजे (रॉयटर्स, एपी)