तुर्की दूतावास में बंधक ड्रामा खत्म
१८ अगस्त २०१०इस्राएल के सरकारी रेडियो पर चश्मदीदों को ये कहते सुना गया कि सुरक्षाकर्मियों ने इस युवक के पैर में गोली मार कर उसे घायल कर दिया. इस पूरे ड्रामे में एम्बेसी का कोई कर्मचारी घायल नहीं हुआ. इस्राएली विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता यगेल पामर ने कहा, "तुर्क अधिकारियों ने उस युवक पर काबू कर लिया जिसने एक इस्राएली नर्स और पुलिस ऑफिसर को चाकू की नोक पर बंधक बना लिया था. अधिकारी उसे एंबुलेंस में डालकर अस्पताल ले गए."
विदेश मंत्रालय के मुताबिक मंगलवार की शाम ये शख्स पहली मंजिल पर चढ़ गया और फिर खिड़की का शीशा तोड़कर इमारत के अंदर दाखिल हो गया. इसके बाद वो चीख चीख कर शरण देने की मांग करने लगा. इसी दौरान उसने एंम्बैसी के एक अधिकारी को चाकू की नोक पर घेरने की भी कोशिश की. काफी देर तक दूतावास में हड़कंप मचा रहा. बाद में सुरक्षाकर्मियों ने दूसरी मंजिल से उसके पैर में गोली मारी. इस्राएल के सरकारी रेडियो ने इसका नाम नदीम इंजाज़ बताया है. इंजाज़ के हाथों में एक बंदूक भी थी जो बाद में खिलौना साबित हुई. दूतावास के बाहर भी काफी देर तक उहापोह की स्थिती बनी रही और अलग अलग सूत्रों से उलझन में डालने वाली खबरें आती रहीं.
खबरों में कहा गया है कि ये वही शख्स है जिसे इस्राएली पुलिस ने चार साल पहले 2006 में तेल अवीव में ब्रिटेन की एम्बेसी में जबर्दस्ती घुसने पर गिरफ्तार किया था. इस दौरान उसने ब्रिटेन में शरण नहीं दिए जाने पर आत्महत्या की धमकी दी थी. खबरों में ये भी कहा जा रहा है कि इंजाज़ इस्राएली सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिल गया था. सूत्र बताते हैं कि इंजाज़ की कई सालों से घुसपैठ और इस्राएली सुरक्षा एजेंसियों के साथ रिश्ते रखने के आरोप में फलीस्तीनी पुलिस तलाश कर रही है जिनसे बचने के लिए वो इस्राएल भाग आया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ए जमाल