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तीन करोड़ में खरीदा गया एक नाम

२६ जून २०११

नाम में क्या रखा है, यह पूछिए दक्षिण अफ्रीकी फुटबॉल संघ से जिसे देश की फुटबॉल टीम के लिए एक प्रचलित नाम पाने के लिए पचास लाख रांड यानी लगभग तीन करोड़ रुपये चुकाने पड़े हैं. इसी के साथ लंबे समय से खिंच रहा विवाद खत्म हुआ.

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तस्वीर: AP

जिस नाम के लिए यह इतनी बड़ी रकम चुकाई गई है वह है 'बफाना बफाना' जिसका मतलब स्थानीय जूलु भाषा में 'हमारे लड़के' होता है. यह रकम 12 महीने के भीतर जोहानिसबर्ग की एक लाइसेंसिंग कंपनी स्टैंटन वुडरश को अदा की जाएगी. इसी कंपनी ने 20 साल पहले बफाना बफाना को अपने नाम पर रजिस्टर कराया था

दक्षिण अफ्रीकी फुटबॉल संघ के अध्यक्ष किर्स्टन नामातानदानी फूले नहीं समा रहे हैं कि अब देश की टीम को बफाना बफाना कह पुकारा जा सकेगा. वह कहते हैं, "हम बफाना बफाना नाम हासिल करने पर बहुत खुश हैं. अब हम इस अच्छे नाम का इस्तेमाल अपनी टीम के प्रचार के लिए कर पाएंगे." इस तरह एक लंबे विवाद का भी अंत हो गया है.

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तस्वीर: picture alliance/dpa

बफाना बफाना का शब्द पहली बार 1992 में एक अखबार के रिपोर्टर ने किया और देखते ही देखते यह बहुत लोकप्रिय हो गया. हालांकि शुरू में फुटबॉल संघ को यह नाम पसंद नहीं था. लेकिन जब 1996 में दक्षिण अफ्रीका ने अफ्रीकी देशों का टूर्नामेंट जीता तो बफाना बफाना नाम टीम से जुड़ गया और संघ भी इसे आधिकारिक रूप से अपनाना चाहता था लेकिन इस नाम को पहले ही स्टैंटन वुडरश के मालिक स्टैन स्मिट अपने नाम पर रजिस्टर करा चुके थे.

फुटबॉल संघ ने इस मुद्दे पर लाइसेंसिंग कंपनी के खिलाफ मुकदमा भी लड़ा जिसे नौ साल पहले वह हार गया. फिर फुटबॉल संघ ने स्टैंटन वुडरश के साथ साझीदारी कायम कर ली और इस नाम का इस्तेमाल किया. पिछले साल वर्ल्ड कप के बाद फिर से इस नाम को हासिल करने के लिए दावेदारी पेश की गई और बातचीत का लंबा दौर चला. एक वक्त तो ऐसा भी आया जब फुटबॉल संघ बफाना बफाना को छोड़ किसी दूसरे प्रचलित नाम पर सर्वे कराने की सोचने लगा. लेकिन अंततः दक्षिण अफ्रीकी टीम को बफाना बफाना नाम मिल ही गया.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः एस गौड़

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