तस्वीरों में कलाम
देश के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रपतियों में से एक एपीजे अब्दुल कलाम अब हमारे बीच नहीं रहें. आइए एक नजर डालते हैं उनके महान और प्रेरणादायक जीवन पर.
एकमत समर्थन
21वीं सदी में कुछ ही भारतीय नेताओं को सभी दलों के बीच कलाम जितनी लोकप्रियता हासिल हुई. 2002 में वे लगभग एकमत समर्थन के साथ देश के 11वें राष्ट्रपति चुने गए. यह उनकी लोकप्रियता ही थी कि लगभग सभी दलों के नेताओं ने एकजुट होकर उनकी मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया. कलाम का पार्थिव शरीर राजधानी दिल्ली लाया गया है.
दुनिया भर से संदेश
एपीजे अब्दुल कलाम विश्व नेताओं के बीच भी काफी लोकप्रिय थे. पूर्व इंडोनेशियाई राष्ट्रपति सुसीलो युधोयोनो बामबांग, मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग जैसे अंतरराष्ट्रीय नेताओं ने सोशल मीडिया पर उनकी मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है. तस्वीर में जर्मनी के पूर्व राष्ट्रपति योहानेस राउ के साथ कलाम.
मिसाइलमैन
कलाम मिसाइलमैन के नाम से मशहूर थे. परमाणु शक्ति के रूप में भारत के उदय में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही. 1998 के पोखरन परमाणु परीक्षण के वे अभिन्न हिस्सा थे. राष्ट्रपति बनने के बाद भी वे देश के वैज्ञानिकों को नए मोर्चों को छूने की प्रेरणा देते रहे.
संगीत प्रेमी
एपीजे अब्दुल कलाम को संगीत एवं संस्कृति से बहुत प्रेम था. वे नियमित रुद्र वीणा बजाया करते थे, जो कि एक पारंपरिक दक्षिण भारतीय वाद्य है. उन्हें कर्नाटिक भक्ति संगीत सुनना और शास्त्रीय तमिल कविता सुनाना भी काफी पसंद था. तस्वीर में मन्ना डे के साथ कलाम.
बच्चों के चहेते
चाचा कलाम के नाम से मशहूर एपीजे बच्चों के बीच बहुत लोकप्रिय थे. वे हमेशा युवाओं को अपने सपनों को साकार करने की कोशिश करने के लिए प्रोत्साहित किया करते थे. उन्हें पूरा विश्वास था कि भारत सही मायने में महाशक्ति बन सकता है.
आम इंसान
एक आम आदमी की जिंदगी जीने की कोशिश में एपीजे ने कई बार राष्ट्रपति के प्रोटोकोल तक की परवाह नहीं की. अपने आखिरी सार्वजनिक समारोह से ठीक पहले भी वे उनकी सुरक्षा में लगे एक जवान को धन्यवाद कहना नहीं भूले.
जनता के राष्ट्रपति
अपने राष्ट्रपति के कार्यकाल को कलाम ने आम जनता के साथ जुड़ने एवं उनके साथ संवाद करने के लिए इस्तेमाल किया. इसी वजह से उन्हें 'जनता के राष्ट्रपति' का उपनाम भी मिला.
सबसे अच्छी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को दिल्ली के पालम हवाई अड्डे पर श्रद्धांजलि अर्पित की. मोदी ने कहा कि कलाम के देश के लिए जो सपने थे उनको साकार करने के लिए काम करना ही उनके लिए सबसे अच्छी श्रद्धांजलि होगी.
चाचा के छात्र
चेन्नई में छात्रों ने अपने प्रिय कलाम चाचा को श्रद्धांजलि दी. कलाम का जन्म तमिलनाडु में एक ग्रामीण मुस्लिम परिवार में हुआ था. बचपन में वे अपने परिवार को आर्थिक सहारा देने के लिए अखबार बेचा करते थे.