1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

डोपिंग नियमों से नाराज़ फ़ुटबॉल संगठन

२५ मार्च २००९

विश्व एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) के महानिदेशक डेविड हावमन ने आरोप लगाया है कि खिलाड़ियों के ठिकाने की सूचना देने के बारे में फ़ुटबॉल संघों फ़ीफ़ा और यूएफ़ा का विरोध एंटी डोपिंग सूचना सिस्टम के ख़िलाफ़ हमला है.

https://p.dw.com/p/HJcG
एंटी डोपिंग नियमों का विरोधतस्वीर: AP

इस साल खिलाड़ियों के लिए नई सूचना पद्धति लागू कर विश्व एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) ने सोचा था कि अंतरराष्ट्रीय खेलों में डोपिंग को रोकने की दिशा में महत्वपूर्ण क़दम उठाया है. लेकिन विश्व फ़ुटबॉल संगठन फ़ीफ़ा और यूरोपीय फ़ुटबॉल संघ यूएफ़ा तीन महीने पहले खिलाड़ियों के ठिकाने की जानकारी देने के नियम का विरोध कर रहे हैं. वे इसे खिलाड़ियों के निजी ज़िंदगी पर हमला बता रहे हैं.

Sepp Blatter
फ़ीफ़ा अध्यक्ष ब्लाटर कर रहे हैं विरोधतस्वीर: AP

फ़ीफ़ा प्रमुख जोसेफ़ ब्लाटर ने कोपेनहैगेन में यूएफ़ा सम्मेलन में कहा कि उनका संगठन डोपिंग के ख़िलाफ़ सबसे अधिक क़दम उठा रहा है लेकिन खिलाड़ियों के लिए थोड़ी निजता की भी ज़रूरत है. फ़ीफ़ा और यूएफ़ा छुट्टियों में डोपिंग टेस्ट को अस्वीकार्य मानते हैं.

Fußball Nationalmannschaft feiert in Berlin zusammen auf der Fanmeile den zweiten Platz bei der EM 2008
सितारों की निजता का बचावतस्वीर: picture-alliance/dpa

इसके विपरीत वाडा के महानिदेशक डेविड हावमन ने छुट्टियों में डोपिंग टेस्ट नहीं करने के विचार को ठुकरा दिया है. डेनवर में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की कार्यकारिणी बैठक में उन्होंने कहा कि फ़ुटबॉल संगठनों का विरोध ग़लत दिशा में जा रहा है. डोपिंग के विरुद्ध संघर्ष साल में सभी 365 दिन चलने वाली ज़िम्मेदारी है.

चोटी के अंतरराष्ट्रीय एथलीटों ने भी पिछले महीनों में वाडा सूचना पद्धति और उसमें शामिल एक घंटे के नियम का विरोध किया है, जो फ़ुटबॉल खिलाड़ियों पर लागू नहीं होता है. उसके अनुसार एथलीटों को हर दिन के लिए बताना पड़ता है कि वे किस समय जांच के लिए उपलब्ध रहेंगे. बेल्जियम के 65 खिलाड़ियों ने एंटी डोपिंग सिस्टम के ख़िलाफ़ मुक़दमा कर रखा है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: ए जमाल