डायटिंग करें लेकिन विटामिन संभाल कर
१० जुलाई २०१०पॉपुलर डायट प्लान अक्सर खाने में प्रोटीन, वसा और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा के हिसाब से तय किए जाते हैं. लेकिन प्रोटीन विटामिनों पर ध्यान नहीं दिया जाता. चार अलग अलग वजन घटाने वाले पॉपुलर प्रोग्रामों के शोध के बाद कैलिफोर्निया की स्ट्रैंडफर्ड यूनिवर्सिटी के क्रिस्टोफर गार्डनर का कहना है, खाने में ऐसी चीजों की कमी करना जिससे कार्बोहाइड्रेट और वसा की मात्रा शरीर में कम से कम जाए. इसका मतलब सिर्फ फैट और कार्बोहाइड्रेट कम करना नहीं है.
मिनरल और विटामिनों की मात्रा भी बहुत अहम है. गार्डनर का कहना है कि अगर वजन घटाते समय विटामिन प्रोटीन की मात्रा का ध्यान नहीं रखा गया तो स्वास्थ की गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं. खून की कमी हो सकती है, हड्डियां कमज़ोर होना, ओस्टियोपोरोसिस और न्यूरोलॉजिकल मुश्किलें भी खड़ी हो सकती हैं.
गार्डनर और उनके सहयोगियों ने मोटापे से पीड़ित 300 महिलाओं का अध्ययन किया जिन्हें तुरंत इन चार में से वजन कम करने का एक प्रोग्राम शुरू करने को कहा गया. ये चार पॉपुलर वेट लॉस प्रोग्राम थे- एटकिन्स, जोन, एलईएआरएन, या ओर्निश.
ये डायट प्लान शुरू करने के दो महीने बाद शोध कर रही टीम ने इन महिलाओं को फोन किया और पूछा कि उन्होंने पिछले 24 घंटे में क्या खाया. टीम ने पाया कि दो महिने में डायट प्लान फॉलो करने वाली सभी औरतों की कैलोरी 2000 से घट कर 1500 रह गई थी.
इन सब के आधार पर ये देखा गया कि ये सभी महिलाएं कितने विटामिन और मिनरल खाने में ले रही हैं. सामने आया कि सभी ग्रुप्स में 65फीसदी महिलाएं ज़रूरत से कम विटामिन ई ले रही थीं. हालांकि जोन डायट प्लान के हिसाब से चलने वाली महिलाओं को ये मुश्किल नहीं आई. अक्सर डायटिंग करने वाले लोगों को विटामिन ए, इ, के और सी की कमी हो जाती है.
गार्डनर का कहना है कि खाने में शक्कर कम की जानी चाहिए. हरी सब्ज़ियां, फली,वेजिटेरियन खाना जारी रखें, सोड़ा, मीठा, पैक्ड फूड छोड़ दें. हमारा शरीर सबसे अच्छा ताम करता है जब विटामिन और मिनरल की मात्रा शरीर में बराबर हो और स्वस्थ, संतुलित आहार से सभी ज़रूरी चीजें शरीर को मिल जाती हैं.
रिपोर्टः रॉयटर्स/आभा एम
संपादनः एन रंजन