जेल से छूटना है तो किडनी दान करो
३१ दिसम्बर २०१०जेमी और ग्लैडी स्कॉट का मामला अफ्रीकी अमेरिकी दुनिया में भारी सजा पाने की मिसाल बन गई हैं. दोनों बहनों का दावा है कि उन्हें गलत तरीके से दोषी ठहराया गया और जुर्म में केवल सहयोगी होने के बावजूद उन्हें उम्र कैद की सजा सुना दी गई. इसके साथ ही ये शर्त भी रखी गई कि 2014 से पहले उन्हें पैरोल पर भी रिहाई नहीं मिलेगी.
जिन लोगों ने 1993 में हथियारों के बल पर ये लूटपाट की थी उन्हें केवल दो साल के लिए जेल में डाला गया. मिसिसीपी के गवर्नर हाले बार्बर ने बुधवार को इन दोनों बहनों की सजा निलंबित कर दी. बार्बर ने अपने बयान में कहा, "इन लोगों को जेल में रखना जनता की सुरक्षा के लिए जरूरी नहीं है, और जेमी स्कॉट की सेहत अच्छी नहीं है ऐसे में उसके इलाज पर सरकार को काफी पैसा खर्च करना पड़ रहा है.ग्लैडी स्कॉट की रिहाई के लिए एक शर्त है कि वो अपनी एक किडनी दान कर दे, इस प्रक्रिया को तुरंत किया जाना बेहद जरूरी है."
ग्लैडी स्कॉट ने पहले ही अपनी एक किडनी बहन को दान करने का एलान कर दिया है. जेमी को नियमित रूप से डायलिसिस पर रखा गया है.नागरिक अधिकारों के लिए काम करने वाले संगठन एनएएसीपी ने गवर्नर हाले बार्बर के फैसले पर खुशी जताई है और इसे एक 'सही और साहसभरा फैसला' करार दिया है. एनएएसीपी का कहना है कि ये इस मामले से हमारे अपराध न्याय तंत्र में मौजूद पक्षपात सामने आया.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ओ सिंह