जीना इसी का नाम है
काश ऐसा किया होता! लेकिन अब किया जाए! अब तो उम्र ही निकल गई. कभी मायूसी में ऐसा ख्याल आए तो इन जिंदादिल बुजुर्गों को जरूर याद करना.
रोबेयर मारशों
फ्रांस के रोबेयर मारशों की उम्र 105 साल है. उन्होंने इस उम्र में एक घंटे में 22.5 किलोमीटर साइकिल चलाने का रिकॉर्ड बनाया है.
फौजा सिंह
ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय मूल के फौजा सिंह को पगड़ी वाला तूफान भी कहा जाता है. फौजा सिंह 100 साल की उम्र में मैराथन दौड़ पूरी करने वाले दुनिया के पहले शख्स हैं. 2003 में उन्होंने मैराथन दौड़ से संन्यास लिया. 105 साल के फौजा सिंह अब भी जॉंगिंग करते नजर आ जाते हैं.
ताओ पोर्चोन लिंच
98 साल की ताओ पोर्चोन लिंच दुनिया की सबसे बुजुर्ग योग टीचर हैं. आज भी वह नियमित रूप से अपने छात्रों को 90 मिनट तक योग और ध्यान सिखाती हैं. बचपन में अपने अंकल के साथ पुद्दुचेरी आई ताओ ने वहीं योग सीखा.
युइचिरो मियुरा
जापान के युइचिरो मियुरा ने 80 साल की उम्र में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर फतह हासिल की. चढ़ाई से पहले ज्यादातर लोग आशंका जता रहे थे कि युइचिरो मौत को न्योता दे रहे हैं. लेकिन आखिरकार हिम्मत और सधी तैयारी की जीत हुई.
हेलेना नोरोविच
पोलैंड की हेलेना नोरोविच ने जवानी के दिनों में विज्ञापनों और फिल्मों में अभिनय किया. लेकिन बाद में उम्र का हवाला देकर उन्हें काम नहीं मिला. हेलेना इससे निराश नहीं हुईं. 80 साल की उम्र उन्होंने फिर मॉडलिंग में कदम रखा. अब वे 82 साल की हैं और सफल मॉडल हैं.
अलेक्जांडर डोबा
पोलैंड के अलेक्जांडर डोबा ने अकेले चप्पू चलाकर अटलांटिक महासागर को पार किया, वो भी 69 साल की उम्र में. अटलांटिक का सबसे दुश्वार रास्ता चुनने के बाद उन्होंने छह हजार किलोमीटर तक अकेले एक छोटे से कयाक पर महासागर पार किया.
दुर्गा कामी
नेपाल के दुर्गा कामी ने उम्र के 60 साल गुजरने के बाद स्कूल जाना शुरू किया. तब से वह लगातार स्कूल जा रहे हैं और अब तक 10वीं भी पास कर चुके हैं. दुर्गा कहते हैं कि नया सीखने के लिए कोई उम्र कम नहीं होती.
राजोदेवी लोहान
कई दशकों तक बेऔलाद होने के राजोदेवी और बाल राम ने हार नहीं मानी. और आखिरकार बीते साल फर्टिलिटी सेंटर की मदद से इस भारतीय जोड़े के घर में किलकारी गूंजी. 68 की उम्र में मां बनने वाली राजो देवी दुनिया की पहली महिला हैं.