जर्मनी के एक स्कूल में गोलीबारी, 16 मरे
११ मार्च २००९यह घटना दक्षिणी जर्मनी के शहर विनेंडेन की है जहां स्थानीय समय के अनुसार बुधवार सुबह पौने दस बजे अल्बर्टविले सेकंडरी स्कूल में पहुंचकर हत्यारे ने अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दी. हमले के वक़्त स्कूल में मौजूद एक बच्ची ने बताया, ''हम क्लास में बैठे थे कि हमें गोलियों के चलने की आवाज आई. पांच छह गोलियां चलीं. इसके बाद पुलिस का गांड़ियां और एंबुलेंस आई.''
बताया जाता है कि हत्यारा काले रंग की फ़ौजी वर्दी पहने हुए था और उसके पास गोलियों से भरी सब मशीनगन थी. वह तीन क्लासों में गया और बिना कुछ कहे गोलियां बरसाने लगा. हमले के बाद हत्यारा घटनास्थल से फ़रार हो गया था लेकिन बाद में वह पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया है.
हालांकि कुछ ख़बरों में यह भी कहा जा रहा है कि उसने अपने आपको ख़ुद ही गोली मार ली.
हमले की ख़बर पाते ही मां बाप अपने बच्चों को लेने स्कूल पहुंच गए. ऐसी ही एक महिला ने कहा, ''शुक्र है कि मेरा बच्चा सही सलामत है. लेकिन मुझे बहुत अफ़सोस है कि कई बच्चे मारे गए हैं कई घायल हुए हैं. एक छोटे से कस्बे में यह सब कैसे हो सकता है.''
हत्यारे का क्या इरादा था इस बारे में अभी कुछ पता नहीं चला है. गोलियां चलाने वाला 2007 तक स्कूल का छात्र रह चुका है. स्कूल से निकलकर उसने सड़क पर चलते लोगों को भी निशाना बनाया, लेकिन पुलिस जल्द ही हरकत में आ गई. एक चश्मदीद ने बताया,''हमने पुलिस की गाड़ियां, हेलीकॉप्टर और एंबुलैंस देखी. परेशान मां बाप इधर उधर घूम रहे थे क्योंकि उन्हें स्कूल के पास आने की अनुमति नहीं थी.''
जर्मनी में गोलीबारी की इस घटना से कुछ घंटों पहले अमेरिका के अलाबामा राज्य में एक बंदूकधारी ने इस तरह 9 लोगों की हत्या कर दी. जर्मनी में इससे पहले 2002 में भी एक 19 साल के छात्र ने 12 अध्यापकों और दो छात्रों की हत्या करने के बाद खुद को भी गोली मार ली थी.
जर्मन राष्ट्रपति होर्स्ट कोएलर ने बुधवार की गोलीबारी में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने इस घटना को भयावह और सोच से बाहर बताया है. सरकार ने इस घटना पर गहरा क्षोभ जताते हुए इसे दर्दनाक और हिला देने वाला बताया है. मरने वालों में नौ स्कूली बच्चे, तीन अध्यापक और तीन आम लोग शामिल हैं.