जर्मन क्रिसमस
जर्मनी में द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद के वर्षों में क्रिसमस का त्योहार बहुत बदला है. 1945 में लोग सादगी से यह त्योहार मनाते थे, लेकिन अब 70 साल बाद इसमें समृद्धि की झलक दिखाई देती है.
ओ टानेनबाउम
इन दिनों जर्मनी के लाखों घरों में क्रिसमस ट्री सजाए जाते हैं. कभी सामान्य फर के पेड़ ड्राइंगरूम की शोभा बढ़ाते थे तो अब उनकी जगह देवदार के महंगे पेड़ों ने ली है. सजावट पर भी खर्च की कोई सीमा नहीं रही है.
क्रिसमस 1945
भयानक युद्ध के बाद पहली क्रिसमस. जर्मनी मलबे में घिरा था. हर कहीं शरणार्थी और बेघरबार लोग. उदासीनता और निराशा का माहौल में बहुत से घरों में इन दिनों मुख्य सवाल था, कुछ खाने को कैसे मिलेगा?
शांति के पहले साल
1946-1949: ये भुखमरी के साल थे. खैराती संगठनों ने बच्चों के लिए तोहफों का बंदोबस्त किया. उन्हें चॉकलेट और बिस्कुट बांटे. अभाव लोगों को साथ लाया. लोगों ने मिलजुलकर क्रिसमस का त्योहार मनाया.
आर्थिक चमत्कार और क्रिसमस
पश्चिमी जर्मनी में आर्थिक विकास के तेज होने का असर क्रिसमस पर भी पड़ा. कपड़ों, किचन की मशीनें और रेडियो जैसी जरूरी लेकिन लाभदायक चीजें तोहफों में शामिल हो गई.
शांति समारोह
1950-59: पूर्वी जर्मनी में समाजवाद का निर्माण किया जा रहा था. चूंकि समाजवाद और ईसाईयत का मेल नहीं हो सकता, इसलिए क्रिसमस को ईसाई जड़ों से निकाल कर पारिवारिक त्योहार घोषित कर दिया गया.
निर्यात की चोटी
1960-1969: साम्यवादी जीडीआर के क्रिसमस डाकटिकटों में ईसाई तस्वीरों के बदले लोक कला का इस्तेमाल किया गया. एर्त्सगेबिर्गे के लकड़ी के खिलौने पश्चिम जर्मनी में भी लोकप्रिय रहे और टॉप निर्यात बने.
सबसे महत्वपूर्ण त्योहार
1970-1979: तोहफा देने की तेजी से बढ़ती संस्कृति के कारण क्रिसमस साल का मुख्य त्यौहार बन गया. यह धार्मिक कैलेंडर से बिल्कुल अलग तस्वीर थी जिसमें गुड फ्राइडे और ईस्टर एकदम ऊपर था.
कैसे कैसे तोहफे
1980-1989: क्रिसमस के समय खरीदे जाने वाले सामान जर्मनी के आर्थिक विकास का प्रतिबिंब बन गए. समाजशास्त्रियों ने कहा कि दशक का अंत आते आते पश्चिम जर्मनी उपभोक्ता समाज में तब्दील हो गया.
जर्मन एकीकरण
1990 में जर्मन एकीकरण हुआ. बाद के वर्षों ने दिखाया कि पूर्वी जर्मनी की 1.7 करोड़ आबादी को उपभोक्ता सामग्रियों की कमी पूरी करनी थी. खरीदारी पश्चिमी इलाकों में हुई, दुकानों में अच्छी बिक्री हुई.
नई सहस्राब्दी
ईसा मसीह के जन्म का साल 2000 में मनाया गया. ज्यादातर लोगों को क्रिसमस का सबसे अहम त्योहार शुरू होने के बारे में कुछ पता नहीं है. सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार अब इवेंट बन गया है.
जड़ में वापसी
बहुत से लोग मानते हैं कि क्रिसमस का ईसाई तत्व खत्म हो गया है. लेकिन अभी भी बहुत से परिवार हैं जो क्रिसमस की पूर्व संध्या को इस पर ध्यान देते हैं. पेड़ के नीचे मारिया और जोसेफ की कहानी कही जाती है.