छोटी सी उम्र में बड़े सम्मानों से भरी है मलाला की झोली
मलाला यूसुफजई की कहानी संघर्ष और जीवट की मिसाल है. इसी के दम पर वह दुनिया के एक सबसे रुढ़िवादी समाज से उठकर दुनिया के फलक पर छाई है. उन्हें खूब सराहना और सम्मान मिला है. एक नजर उन्हें मिले अहम सम्मानों और पुरस्कारों पर.
यूएन शांति दूत
संयुक्त राष्ट्र ने मलाला यूसफजई को अपना शांति दूत बनाया है. अब से पहले किसी व्यक्ति को इतनी कम उम्र में यह जिम्मेदारी नहीं मिली है.
नोबेल शांति पुरस्कार
2014 में मलाला यूसुफजई 17 साल की उम्र में शांति का नोबेल जीतने वाली दुनिया की सबसे युवा व्यक्ति बनीं.
साझा सम्मान
उन्हें बाल अधिकारों के लिए काम करने वाले भारत के कैलाश सत्यार्थी के साथ साझा रूप से यह पुरस्कार दिया गया.
सितारा-ए-शुजात
यह पाकिस्तान में बहादुरी के लिए दिया जाने वाला तीसरा सबसे बड़ा सम्मान है जो अक्टूबर 2012 में मलाला को दिया गया.
नेशनल यूथ पीस प्राइज, पाकिस्तान
दुनिया भर में लड़कियों की शिक्षा की पैरोकार मलाला को उसी साल पाकिस्तान का पहला नेशनल यूथ पीस प्राइज भी दिया गया.
सिमोन दे बुभवा प्राइज
महिला अधिकारों के लिए काम वालों को यह फ्रांसीसी सम्मान दिया जाता है. बीस हजार यूरो की राशि वाले इस सम्मान से मलाला को 2013 में नवाजा गया.
सखारोव पुरस्कार
उसी साल उन्हें यूरोपीय संसद की तरफ से मानवाधिकारों के लिए दिया जाने वाले सबसे प्रतिष्ठित सखारोव पुरस्कार मिला.
क्लिंटन ग्लोबल सिटिजन अवॉर्ड
2013 में ही मलाला को अमेरिका के क्लिंटन फाउंडेशन ने क्लिंटन ग्लोबल सिटिजन अवॉर्ड से सम्मानित किया.
कनाडा की संसद में
अप्रैल 2017 में उन्हें कनाडा की मानद नागरिकता दी गई और वह कनाडा की संसद को संबोधित करने वाली सबसे युवा व्यक्ति बनीं.
मानद डॉक्टरेट
ब्रिटेन की एडिनबरा यूनिवर्सिटी ने उन्हें मानद एमए की उपाधि दी है तो कनाडा की किंग्स कॉलेज यूनिवर्सिटी ने उन्हें डॉक्टरेट की डिग्री दी है.
एम्बैसडर ऑफ कंसिएंस अवॉर्ड
मानवाधिकार संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल की तरफ से यह पुस्कार भी मलाला यूसुफजई तो मिला है.
पिंड का नाम
2015 में एक उल्का पिंड को मलाला के नाम पर 316201मलाला का नाम दिया गया.
और भी हैं सम्मान
मलाला को मिले अन्य सम्मानों में मदर टेरेसा अवॉर्ड, इंटरनेशनल चिल्ड्रंस पीस प्राइज, रोम प्राइज फॉर पीस एंड ह्यूमेनेटेरियन एक्शन और हार्वर्ड फाउंडेशन अवॉर्ड जैसे बहुत से सम्मान शामिल हैं.