चीन के साथ रक्षा सहयोग रद्द रहेगा: कृष्णा
१५ अक्टूबर २०१०कृष्णा ने कहा कि चीन को भारत में जम्मू कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश जैसे संवेदनशील मामलों का सम्मान करना चाहिए और संजादगी का परिचय देना चाहिए. जिससे कि भारत के साथ उसके दोस्ताना रिश्तों को आगे बढ़ाया जा सके.
हालांकि कृष्णा ने स्पष्ट किया कि चीन संजीदा रवैया नहीं अपना रहा है इसलिए दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग फिलहाल स्थगित ही रहेंगे. चीन द्वारा हाल ही में जम्मू कश्मीर को भारत का आंतरिक हिस्सा होने पर सवाल उठाने पर कृष्णा ने आपत्ति दर्ज की है.
कृष्णा ने कहा कि चीन का यह अतिवादी रवैया और इससे एशिया की स्थिति पर पड़ने वाला प्रभाव अगले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ होने वाली बातचीत का भी एक अहम मुद्दा रहेगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत के संवेदनशील मामलों में तटस्थता का परिचय देगा जैसा कि वह पहले करता था. उन्होंने कहा कि चीन को क्षेत्रीय संतुलन का ध्यान रखते हुए भारत के आंतरिक मामलों में संयम का परिचय देना चाहिए.
भारत और चीन के बीच पिछले एक साल में कई बार मतभेद हो चुके हैं. भारत बार बार इन्हें सामान्य बताता रहा, लेकिन यह पहला मौका है जब भारतीय विदेश मंत्री ने खुलकर स्वीकार किया है कि चीन नई दिल्ली को चिंता में डाल रहा है.
रिपोर्टः पीटीआई/निर्मल
संपादनः ओ सिंह