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घायल लक्ष्मण ने दिलाई भारत को रोमांचक जीत

५ अक्टूबर २०१०

पीठ में चोट के बावजूद भारत के वीवीएस लक्ष्मण ने अपने टेस्ट करियर की सबसे अच्छी पारियों में एक खेलते हुए मोहाली टेस्ट में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक विकेट की रोमांचक जीत दिला दी.

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लाजवाब रहे लक्ष्मणतस्वीर: UNI

लक्ष्मण ने बेहतरीन पारी खेलते हुए 73 नाबाद रन बनाए और एक वक्त लगभग हार चुकी भारतीय टीम को असंभव सी जीत दिला दी.

जीत के लिए दूसरी पारी में 216 रन का पीछा कर रही टीम इंडिया का स्कोर एक वक्त आठ विकेट पर 124 रन हो चुका था और सभी नामी गिरामी बल्लेबाज पैविलियन लौट चुके थे. क्रीज पर लक्ष्मण का साथ देने इशांत शर्मा पहुंचे.

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में खेले गए पहले टेस्ट में पांचवें और आखिरी दिन यहां से आगे खेलते हुए लक्ष्मण और शर्मा ने गेंदबाजों के तोते उड़ा दिए. पीठ में दर्द की वजह से लक्ष्मण को रनर की मदद लेनी पड़ी. उन्हें इशांत शर्मा ने भरपूर सहयोग दिया और नौवें विकेट के लिए दोनों बल्लेबाजों ने बेहतरीन 81 रन जोड़ दिए. इसके बाद शर्मा हिलफेनहाउस की गेंद पर आउट हो गए. उस वक्त भारत को जीत के लिए 11 रन और बनाने थे.

Cricket Test Match zwischen Indien und Australien
गेंद नहीं, बल्ले से चमके इशांततस्वीर: AP

ऑस्ट्रेलिया को मैच जीतने का आखिरी मौका तब मिला, जब भारत को छह रन बनाने थे और मिचेल जॉनसन की गेंद पर आखिरी बल्लेबाज प्रज्ञान ओझा गच्चा खा गए. गेंद उनके पैड से टकराई और एलबीडब्ल्यू की अपील हुई. इस बीच सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी स्टीवन स्मिथ के ओवरथ्रो की वजह से गेंद बाउंडी पार चली गई और भारत को चार रन मिल गए.

इसके बाद दो रन लेग बाई के रूप में मिले और भारत ने सांस रोक देने वाले मैच में जीत हासिल कर ली.

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लक्ष्मण बेहतरीन बल्लेबाजी करते हैं और उनका औसत 50 रन से ज्यादा है. मोहाली में भी उन्होंने आकर्षक तौर पर बल्ला चलाया और सिर्फ 48 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया. उन्होंने कुल 79 गेंद खेले और इस दौरान आठ चौके लगाए.

दूसरी तरफ से इशांत शर्मा ने भी बेहतरीन बल्लेबाजी की और कुल 92 गेंदों तक डटे रहे. इस दौरान उन्होंने पांच चौकों की मदद से 31 रन बनाए.

इससे पहले सुबह के सत्र में तेज गेंदबाज डगलस बॉलिंगर ने दो विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया के लिए जीत के दरवाजे खोल दिए. उन्होंने सचिन तेंदुलकर को भी आउट किया.

ऑस्ट्रेलिया ने एक छोर से स्पिनर और दूसरे से तेज गेंदबाज का इस्तेमाल किया और नाथन हॉरित्ज ने नाइट वॉचमैन जहीर खान को फौरन विदा कर दिया.

भारत की दूसरी पारी में शुरुआती तीन विकेट लेने वाले हिलफेनहाउस ने भी आखिरी दिन अपने तेवर जारी रखे और बल्लेबाजों को छकाते रहे. लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिल पाई.

लेकिन जब भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आउट हुए, तो खेल में जबरदस्त तनाव बन गया और भारत की हार पक्की लगने लगी. इसके बाद हरभजन सिंह भी ज्यादा देर नहीं टिक पाए और 124 के कुल स्कोर पर आउट हो गए. पर यहां से इशांत शर्मा और वीवीएस लक्ष्मण ने भारत को जीत दिला दी.

मैच जिताने वाले शानदार प्रदर्शन के बावजूद लक्ष्मण को मैन ऑफ द मैच नहीं चुना गया. यह खिताब भारत के गेंदबाज जहीर खान को दिया गया, जिन्होंने आठ विकेट लिए.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः महेश झा

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