खेल रत्न'मेरे जीवन का अहम पुरस्कार'
३० जुलाई २००९खेल रत्न पुरस्कार की घोषणा के बाद विजेन्द्र ने कहा कि "मुझे ये सम्मान पाते हुए बहुत ख़ुशी हो रही है. इसमें कोई प्रश्न ही नहीं कि ये मेरे खेल पुरस्कार जीवन का सबसे बड़ा मौक़ा है."
हालांकि पुरस्कार की पार्टी करने के लिये उनके पास ज़्यादा समय नहीं है क्योंकि वे सितंबर में रोम में होने वाली विश्व चैंपियनशिप की तैयारी कर रहे हैं.
इससे पहले भारत में किसी भी मुक्केबाज़ को ये पुरस्कार नहीं दिया गया था और अब एक ही बार में दो मुक्केबाज़ों को ये ख़िताब दिया जा रहा है.
विजेन्द्र ने कहा कि "मुझे बहुत ख़ुशी है कि मैरी और सुशील को भी इस पुरस्कार से नवाज़ा जा रहा है. उन्होंने अपने प्रशिक्षकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि मेरे कोच के कारण मैं इस जगह पर पहुंच सका हूं. वे ही हैं जिन्हें मुझे इस सम्मान के लिये धन्यवाद देना चाहिये."
"ये मेरे लिये एक बड़ा बढ़ावा है. मैं आगे भी मेहनत करता रहूंगा और इस बात को सुनिश्चित करूंगा कि देश की उम्मीदों पर खरा उतर सकूं."
पेइचिंग ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले मुक्केबाज़ विजेन्द्र के साथ पहलवान सुशील कुमार को इस साल का राजीव खेल रत्न पुरस्कार दिया गया है.
इसके अलावा अर्जुन पुरस्कारों के लिये पंद्रह खिलाड़ियों की घोषणा की गई है.क्रिकेटर गौतम गंभीर, बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल, डबल ट्रैप निशानेबाज रंजन सोढ़ी, हॉकी खिलाड़ी इग्नेस टिर्की और शतरंज खिलाड़ी तानिया सचदेव और महिला मुक्केबाज़ एल सरिता देवी को ये पुरस्कार दिया जा रहा है.
2003 में क्रिकेटर हरभजन सिंह को अर्जुन पुरस्कार दिया गया था इसके बाद महिला क्रिकेटर अंजुम चोपड़ा को 2007 में इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के तहत सात लाख 50 हजार रुपये की पुरस्कार राशि और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है. वहीं अर्जुन, ध्यानचंद और द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेताओं को मूर्ति, प्रशस्ति पत्र सहित पांच लाख रुपये दिए जाते हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ आभा मोंढे
संपादन: ओ सिंह