खराब एडिटिंग ने अभिषेक का काम बिगाड़ाः अमिताभ
२१ जून २०१०अमिताभ ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर लिखा है कि रावण की खराब एडिटिंग के कारण फिल्म में अभिषेक का प्रदर्शन बिगड़ गया. खूब हो हल्ले के बाद शुक्रवार को रिलीज़ हुई इस फिल्म को दर्शकों का मिला जुला रिस्पॉन्स मिला है. फिल्म में अभिषेक विलेन की भूमिका में हैं. लेकिन उनके अभिनय की खासी आलोचना हो रही है. ऐसे में अब अमिताभ का बयान आया है कि सारा कसूर एडिटिंग का है.
अमिताभ का कहना है कि अभिषेक का जो बुरा हाल दिखा है वो उन काल्पनिक दस सिरों की वजह से है. दसों सिर उसे अलग सलाह देते हैं. अंत में अभिषेक उन्हें झटक देता है और अपने फैसले पर अमल करता है. अमिताभ का कहना है कि खराब एडिटिंग के कारण फिल्म में सोचने की मुद्रा तो दिखती है लेकिन वो सिर कुछ और ही भाव व्यक्त करते हैं. इसकी वजह से बीरा का किरदार कन्फ्यूज नजर आता है जिसका औचित्य समझ में नहीं आता.
उधर इसी फिल्म में बेहतरीन कैमरावर्क के लिए दुनिया भर में सराहे गए संतोष सीवन का कहना है कि कुछ चीजें फिल्म के निर्देशक को तय करनी होती हैं जिन्हें कोई और नहीं बदल सकता. संतोष का कहना है "हर किसी को अपने विचार रखने का हक है लेकिन अंतिम फैसला फिल्म का निर्देशक ही लेता है. मणिरत्नम ने इस फिल्म में एक अलग चीज दिखाई है और दक्षिण भारत में फिल्म जबर्दस्त हिट रही है."
इसी फिल्म के तमिल वर्जन में बीरा का किरदार निभा रहे विक्रम के काम को काफी सराहना मिली है. विक्रम का कहना है कि फिल्म कैसी है इसका फैसला सिर्फ दर्शक करते हैं और कोई नहीं. पत्रकारों के सवाल के जवाब में विक्रम ने कहा कि मैं अमिताभ और मणि सर की बहुत इज्जत करता हूं. उनके बीच हुई किसी बात पर प्रतिक्रिया देने के काबिल मैं खुद को नहीं समझता. कुछ लोग इसे अच्छा कहते हैं और कुछ लोग बुरा लेकिन आखिरी फैसला आपको करना है.
विवाद बढ़ता देख अमिताभ ने ट्विटर पर दोबारा लिखा कि वो मणिरत्नम की बहुत इज्जत करते हैं और करते रहेंगे, मीडिया बातों को घुमा रहा है. मणि बेहतरीन निर्देशक हैं और उन्हें फिल्म बनाते रहना चाहिए. अभिषेक बच्चन के साथ मणिरत्नम की ये तीसरी फिल्म है. इसके पहले युवा और गुरू में भी मणिरत्नम ने अभिषेक को लेकर फिल्म बनाई.
रिपोर्टः एजेंसियां/ एन रंजन
संपादनः ओ सिंह