खतरे में हैं प्राकृतिक अजूबे
दुनिया में ऐसी कई जगहें हैं जिन्हें उनकी अद्वितीय सुंदरता और विशेषताओं के कारण प्राकृतिक अजूबा माना जाता है, वे आज हम इंसानों की करनी का बुरा नतीजा झेल रहे हैं. देखिए किनसे है इन्हें खतरा...
खतरनाक विश्व रिकॉर्ड
हिन्द महासागर में स्थित मालदीव गणराज्य में हजार से भी अधिक द्वीप हैं. खूबसूरत समुद्री तटों और उथली खाड़ियों वाला दुनिया का ये सबसे सपाट देश सबसे बड़े खतरे झेल रहा है. इसके कुछ इलाके समुद्रस्तर से मात्र एक मीटर की ऊंचाई पर हैं, जो कि लगातार हो रहे जलवायु परिवर्तन के कारण सबसे पहले डूब सकते हैं.
संकटग्रस्त महिमा
ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए माउंट किलिमंजारो एक जादुई ठिकाना है. सवाना घास के मैदानों के बीच खड़े अफ्रीका के इस सबसे ऊंचे पहाड़ की बर्फीली चोटियां धीरे धीरे गायब हो रही हैं. वैज्ञानिकों ने बताया है कि अभी ही माउंट किलिमंजारो की बर्फीली चोटी का 85 फीसदी हिस्सा खो चुका है. जलवायु परिवर्तन से हालत और बुरी होगी.
सांस नहीं मिलती
दुनिया के सात प्राकृतिक अजूबों में से एक - अमेजन के वर्षावनों - को अक्सर पूरी पृथ्वी की सेहत से जोड़ कर देखा जाता है. मूल जंगल का कम से कम 12 फीसदी हिस्सा काटा जा चुका है. हर मिनट कम से कम तीन फुटबॉल के मैदानों जितने बड़े क्षेत्र से ट्रॉपिकल वर्षावन खो रहे हैं. धरती के फेफड़े की ऐसी हालत पूरे ग्रह के लिए बुरी खबर है.
डेड सी की मौत
डेड सी में पानी की सतह पर यू हीं उतरते रहने का सपना बहुतों का होगा. लेकिन भविष्य में वहां जाने वाले पर्यटकों को शायद पानी की जगह केवल सूखी धरती ही मिले. धरती के सबसे खारे पानी का स्रोत हर साल करीब एक मीटर सिकुड़ता जा रहा है. यहां का पानी कृषि और खनन जैसी इंसानी जरूरतों को पूरा करने में इस्तेमाल किया जाने लगा है.
दम घुटता प्लिटवाइस का
क्रोएशिया का प्लिटवाइस पार्क अपने झरनों और फिरोजी झीलों के लिए मशहूर रहा है और यूरोप के सबसे खूबसूरत प्राकृतिक ठिकानों में से एक माना जाता है. अप्रैल से सितंबर के बीच हर रोज 13,000 के करीब पर्यटक इसे एक नजर देखने पहुंचते हैं. इतनी बड़ी तादाद से इस जगह पर काफी बोझ पड़ा और 2006 से इसमें तैराकी की भी मनाही करनी पड़ी.
रोमांच का कूड़ा
अगर आपकी कल्पनाओं में सबसे सुंदर ठिकाना भीड़भाड़ से दूर कोई शांत पर्वतीय ठिकाना है तो भी माउंट एवरेस्ट ना जाएं. ऐतिहासिक रूप से इसकी चोटी नापना दुनिया में केवल कुछ बहादुर और भाग्यशाली लोगों की उपलब्धि रहा है. लेकिन आजकल प्रकृति के इस रत्न पर वहां पहुंचने वाले अनगिनत पर्यटकों के फैलाए कूड़े की धूल जम गई है.
बाली का संकटपूर्ण भाग्य
इंडोनेशिया का सबसे प्रसिद्ध पर्यटक ठिकाना बाली अपनी बेमिसाल खूबसूरती के कारण "ईश्वरीय द्वीप" कहलाता है. सफेट समुद्र तट, साफ पानी और हिंदू मंदिरों पर अब गहरे काले बादल छाने लगे हैं. पर्यटकों की भीड़ के कारण खुले सैकड़ों होटलों ने ताजे पानी और धरती पर अधिकार कर लिया है. ऊपर से द्वीपों पर जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ते समुद्र स्तर का खतरा भी है.
प्रदूषण का दुष्चक्र
साल 2015 में ही लेक टिटिकाका में कई टन मृत मछलियां, बत्तखें और मेंढक पाए गए. दुनिया की प्रमुख झीलों में सबसे ऊंची लेक टिटिकाका रहस्यमयी इंका सभ्यता का जन्मस्थान भी माना जाता है. गंदे प्रदूषित पानी, खनन और दूसरी औद्योगिक गतिविधियों के कारण इसका पानी जहरीला हो रहा है.