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क्या ट्रंप से नहीं मिलना चाहते किम?

१२ मार्च २०१८

डॉनल्ड ट्रंप के हर एक ट्वीट का जवाब देने वाले उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन, अमेरिकी घोषणा के 72 घंटे बाद भी शांत है. पिछले दिनों अमेरिका की ओर से की गई मुलाकात पेशकश का उत्तर कोरिया ने अब तक जवाब नहीं दिया है.

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Bildkombo Kim Jong Un und Donald Trump
तस्वीर: picture-alliance/AP/dpa/Wong Maye-E

उत्तर कोरिया के पास अमेरिका के हर सवाल, हर ट्वीट और हर बयान का जवाब रहता है. लेकिन फिलहाल संभावित मुलाकात के मुद्दे पर उसने चुप्पी साध रखी है. दरअसल पिछले हफ्ते खबर आई थी कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन से मुलाकात करेंगे. कहा जा रहा था कि ट्रंप, उत्तर कोरियाई नेता से मिलकर सुरक्षा और हथियारों के परीक्षण जैसे मसलों पर बात करेंगे.

यह घोषणा दक्षिण कोरिया के प्रतिनिधि ने व्हाइट हाउस से की थी. जिसकी बाद में अमेरिका की ओर से पुष्टि की गई. लेकिन इस घोषणा के 72 घंटे निकल जाने के बाद भी अब तक उत्तर कोरिया की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. डोंगगुक यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर कोह यू-हवान के मुताबिक, "यह अमेरिका की ओर से जारी किया गया एकतरफा बयान है. उत्तर कोरिया के लिए यह कोई आधिकारिक समझौता नहीं है. इसलिए अब भी कुछ पक्का नहीं है."

उन्होंने कहा कि हो सकता है कि उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया को अमेरिका के साथ संबंध बहाली का कोई श्रेय न देना चाहता हो इसलिए हो सकता है कि वह सीधे तौर पर अमेरिका के साथ कोई बातचीत न करें. वहीं अमेरिका भी इस तरह की पेशकश कर यह बताना चाहता है कि उसके नेता शांति स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं. विशेषज्ञ यह भी कह रहे हैं कि उत्तर कोरिया का इस मामले में चुप रहना उसे काफी विकल्प देता है और फिलहाल उसके ऊपर कोई प्रतिबद्धता नहीं है.

विशेषज्ञों के मुताबिक अगर दोनों पक्षों की मुलाकात होती है तो यह पहला मौका होगा जब कोई सत्तासीन अमेरिकी राष्ट्रपति, उत्तर कोरिया के नेता से मिलेगा. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस मुलाकात की जगह उत्तर और दक्षिण कोरिया को बांटने वाली सीमा हो सकती है. इसके अलावा दक्षिण कोरिया, स्विट्जरलैंड, स्वीडन या वॉशिंगटन में भी ये नेता मुलाकात कर सकते हैं. लेकिन आलोचकों ने चेतावनी दी है कि हो सकता है कि अनुभवहीन अमेरिकी राष्ट्रपति इस क्षेत्र में कोई बड़ा विवाद पैदा कर दें.

एए/ओएसजे (एएफपी)