कोटला पर लंबा बैन ठीक नहीं: आईसीसी
८ जनवरी २०१०आईसीसी के अध्यक्ष डेविड मोर्गन ने कहा कि 19 फ़रवरी से 2 अप्रैल तक उपमहाद्वीप में होने वाले क्रिकेट विश्व कप के दौरान ऐतिहासिक कोटला मैदान पर कोई मैच न हों तो इससे विश्व कप की रौनक फीकी हो जाएगी. मोर्गन ने कहा कि इससे खेल आयोजन कमज़ोर पड़ जाएगा. इसलिए प्रतिबंध लगाना उचित नहीं है.
मोर्गन का कहना है कि बग़ैर कोटला के विश्व कप का मज़ा अधूरा है. उन्होंने कहा कि वैसे इस मामले पर आईसीसी का एक विशेषज्ञ पैनल जल्द ही अपनी राय देगा. वही इस मामले की जांच कर रहा है.
भारत और श्रीलंका के बीच 27 दिसंबर को पांचवे वन डे के दौरान कोटला की पिच में गेंदे असामान्य उछाल ले रही थीं और बल्लेबाज़ों को जोखिम बना हुआ था. पिच के इस उत्पात को देखते हुए 24वें ओवर में ही मैच रोकने का फ़ैसला किया गया. इस मामले पर हंगामा चलता रहा और पिच कमेटी और डीडीसीए के कई अधिकारियों पर गाज भी गिरी.
इस मामले पर कोटला पर प्रतिबंध की गाज गिरना तय था जब आईसीसी के मैच रैफ़री एलन हर्स्ट ने अपनी रिपोर्ट में विकेट को अनफिट यानी अयोग्य करार दिया. लेकिन आईसीसी अध्यक्ष की मानें तो कोटला को लंबी सज़ा नहीं देना खेल के हित में नहीं है.
रिपोर्ट: पीटीआई/एस जोशी
संपादन: आभा मोंढे