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कोटला को सचिन तेंदुलकर की क्लीन चिट

१७ मार्च २०१०

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने मुंबई इंडियंस और दिल्ली डेयरडेविल्स के बीच मैच से पहले फ़िरोज़शाह कोटला को हरी झंडी दे दी है. भारत श्रीलंका के बीच वनडे मैच में ख़राब पिच के चलते कोटला पर एक साल की लगी थी पाबंदी.

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तस्वीर: AP

आईपीएल मैच से पहले तेंदुलकर ने बताया कि पिच अच्छी है और फ़िलहाल इसके मिज़ाज को लेकर कोई आशंका नहीं है. कोटला पिच एक साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच आयोजित नहीं कर पाएगी क्योंकि उस पर आईसीसी ने प्रतिबंध लगा दिया है. 27 दिसंबर को भारत और श्रीलंका के बीच वनडे मैच ख़राब और असमान उछाल के चलते रद्द करना पड़ा था. अब तेंदुलकर ने कहा है कि पिच बढ़िया है और वह इस पर खेलने के लिए तैयार हैं.

Sri Lanka India Cricket Spiel in Colombo
तस्वीर: AP

आईपीएल में मुंबई इंडियंस के प्रदर्शन पर तेंदुलकर ने कहा कि टीम आत्मविश्वास से भरी है और जीत का सिलसिला बरक़रार रखने को बेक़रार है. "टीम में आत्मविश्वास है और अच्छी तैयारी के साथ खिलाड़ी खेल रहे हैं. पहला मैच जीतने के साथ अच्छी शुरुआत मिली है इससे टीम आने वाले मैचों में बुलंद हौसले के साथ उतरेगी."

तेंदुलकर मानते हैं कि ट्वेंटी20 क्रिकेट में सोचने समझने का मौक़ा नहीं होता क्योंकि 20 ओवर पलक झपकते ही निकल जाते हैं. इसलिए हर मैच में गति बनाए रखनी ज़रूरी होती है और टीम ज़्यादा से ज़्यादा मैच जीतना चाहती है.

राजस्थान रायल्स के ख़िलाफ़ मैच में हरभजन सिंह मैदान से बाहर थे और उनके कोटे के चार ओवर किसी और खिलाड़ी ने किए. इसके बावजूद टीम के गेंदबाज़ी पक्ष को लेकर सचिन ज़्यादा चिंतित नहीं है. यूसुफ़ पठान की विस्फोटक बल्लेबाज़ी के चलते कुछ देर के लिए मुंबई इंडियंस के हाथ पैर फूल गए थे लेकिन फिर तेंदुलकर मानते हैं कि अगर हरभजन होते तो स्थिति कुछ और ही होती.

"मुझे लगता है कि इस तरह की क्रिकेट में आपको ऐसी पारी के लिए तैयार रहना होता है. यूसुफ़ की पारी बेहतरीन थी. लेकिन हमें ध्यान रखना चाहिए कि भज्जी ने अपने कोटे के चार ओवर नहीं किए और चार ओवर मायने रखते हैं."

तेंदुलकर ने सौरभ तिवारी के साथ काफ़ी देर तक प्रैक्टिस की है और वह मानते हैं कि युवा खिलाड़ियों के साथ नेट पर ज़्यादा समय बिता कर वह टीम भावना मज़बूत करना चाहते हैं. "यह एक टीम के रूप में खेलने का तरीक़ा होता है. मैं युवा खिलाड़ियों की मदद करना चाहता हूं और अपने अनुभवों को बांटना चाहता हूं. कोई भी वरिष्ठ खिलाड़ी यही करना चाहेगा."

तेंदुलकर ने बताया कि उन्होंने अपने करियर में महसूस किया है कि जितना क्रिकेट के बारे में बात करते हैं उतना ही खेल के बारे में आप ज़्यादा जान पाते हैं. सिर्फ़ वरिष्ठ खिलाड़ियों के विचार ही नहीं बल्कि युवा खिलाड़ियों की राय भी टीम के लिए मायने रखती है. दिल्ली के ख़िलाफ़ मैच से पहले सचिन ने कहा है कि वह सहवाग की बल्लेबाज़ी का सम्मान करते हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: एम गोपालकृष्णन