कोई नहीं आएगा शांति का नोबेल लेने
१८ नवम्बर २०१०नोबेल पुरस्कार देने वाले नोबेल इंस्टिट्यूट के निदेशक गेर लुंडेस्टाड ने बुधवार को कहा कि लिऊ के परिवार का कोई सदस्य पुरस्कार लेने नहीं आ पाएगा. उन्होंने बताया, "ऐसा लगता है कि लिऊ के परिवार ने उम्मीदें छोड़ दी हैं कि कोई सदस्य ओस्लो में 10 दिसंबर के समारोह में शामिल हो पाएगा." उन्होंने कहा कि बुधवार को मेहमानों की सूची तैयार की गई है जिसमें चीन से किसी मेहमान का नाम नहीं है.
लुंडेस्टाड ने कहा कि 10 दिसंबर को समारोह तो होगा लेकिन उसमें शांति पुरस्कार का मेडल, डिप्लोमा और 14 लाख डॉलर का पुरस्कार किसी को नहीं सौंपा जाएगा. 109 साल के नोबेल पुरस्कारों के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा. इससे पहले तीन बार ऐसा हुआ जब पुरस्कार जीतने वाले लोग समारोह में नहीं पहुंचे, लेकिन उनकी तरफ से किसी न किसी ने पुरस्कार ले लिया था.
लिऊ इस वक्त जेल में अपनी 11 साल की कैद काट रहे हैं. उन्हें इसी साल 8 अक्टूबर को नोबेल शांति पुरस्कार देने का एलान किया गया था. चीन लिऊ को अपराधी मानता है और उसने उन्हें पुरस्कार देने पर कड़ी आपत्ति जताई है. ओस्लो में चीनी दूतावास ने अन्य देशों के दूतावासों को पत्र लिखकर कहा है कि वे लोग समारोह में शामिल न हों.
हालांकि चीन की इस चेतावनी के बावजूद अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी समेत ज्यादातर पश्चिमी देशों ने कहा है कि वे समारोह में शामिल होंगे.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एन रंजन