कैसा है अमेरिकी मिलिट्री बेस गुआम
अमेरिका और उत्तर कोरिया के विवाद के बीच एक छोटा सा द्वीप गुआम अचानक चर्चा में आ गया है. देखिए क्यों खास है गुआम और कैसा है इस द्वीप पर जीवन.
हर तरफ शांति
गुआम द्वीप का एक तिहाई हिस्सा अमेरिकी मिलिट्री बेस के लिए इस्तेमाल किया जाता है लेकिन इसके बाकी के हिस्से में मिलिट्री बेस का कोई नामोनिशान नहीं हैं. यहां हर तरफ शांति है, नीला पानी, मूंगे की चट्टानें और समुद्र की रेत पर पैदल चलने वालों के निशान हैं. इसलिए इसमें कोई हैरानी नहीं कि सेना के बाद द्वीप की आय का सबसे बड़ा स्रोत पर्यटन ही है.
साल के 365 दिन स्विमिंग
इस द्वीप की वेबसाइट पर इस बात को खास जोर देकर लिखा गया है कि यहां साल के किसी भी मौसम में तैराकी की जा सकती है. यहां तापमान ज्यादातर 26 से 30 डिग्री के बीच में रहता है. यहां केवल दो ही मौसम हैं बारिश या गर्मियों का. जून से नवंबर तक यहां बारिश होती है और साल के बाकी दिनों में सामान्य तापमान रहता है.
बढ़ता बाजार पर्यटन का
हर साल गुआम द्वीप पर आने वाले दस लाख से भी ज्यादा पर्यटकों के बावजूद यहां समुद्री तटों पर बहुत भीड़भाड़ नहीं दिखती. यहां समुद्र मूंगे की चट्टानों की वजह से तैराकों के बीच खास तौर पर मशहूर है. पर्यटन का बाजार यहां 1980 के बाद से काफी बढ़ा, जबसे दक्षिण कोरिया और जापान ने यहां बड़ा पूंजी निवेश किया. दोनों ही देश इस द्वीप से बस कुछ ही घंटों की हवाई दूरी पर स्थित हैं.
कहां कहां से पहुंचते हैं लोग
यहां मौजूद हवाई अड्डे की वजह से पूर्वी एशिया से काफी लोग गुआम द्वीप पहुंचते हैं. खास तौर पर जापान के पर्यटक गुआम को लेकर काफी उत्सुक रहते हैं. यहां पहुंचने वाले पर्यटकों में तीन चौथाई पर्यटक सिर्फ जापान से ही होते हैं. बाकी के पर्यटक आम तौर पर दक्षिण कोरिया, चीन और ताईवान के होते हैं.
टैक्स फ्री शॉपिंग
गुआम में छुट्टी मनाना समुद्र किनारे सुस्ताने से कहीं ज्यादा दिलचस्प है. गुआम शॉपिंग करने वालों के लिए भी एक बढ़िया जगह है. यहां कोई वैट टैक्स नहीं है. यहां पहुंचने वाले खुल कर खर्च करते हैं. लोग यहां आते हैं और अपनी पसंद की खूब शॉपिंग करते हैं.
लंबा इतिहास
इस द्वीप का इतिहास 4 हजार साल से भी ज्यादा पुराना है. इसके इतिहास में द्वितीय विश्व युद्ध एक दुख भरा पन्ना है. 1941 में पर्ल हार्बर पर हमले के बाद जापान ने गुआम पर कब्जा कर लिया था. उस वक्त के कई स्मारक अब भी द्वीप पर हैं. इस टॉरपीडो की तरह जो असान मेमोरियल पार्क में रखा गया है.
कैसी है संस्कृति
गुआम के ज्यादातर निवासी कैमरो जाति के हैं. वे उन लोगों के वंशज हैं जो गुआम द्वीप पर 4 हजार साल पहले आए थे. तस्वीर में कैमरो जाति के सबसे पहले प्रमुख की एक मूर्ति दिख रही है. वैसे गुआम के लोग जन्म से ही अमेरिकी नागरिक होते हैं. (यानिना सेमेनोवा/एसएस)