कैटेलोनिया के 8 पूर्व मंत्रियों को जेल
२ नवम्बर २०१७पुजदेमोन फिलहाल बेल्जियम में हैं और गुरुवार को हाईकोर्ट में पेश नहीं हुए. कैटेलोनिया की आजादी के लिए आवाज उठा रहे दूसरे नेता अदालत में पेश हुए और अभियोजकों ने उन्हें हिरासत में लिए जाने की मांग की. 8 पूर्व मंत्रियों को अदालत ने जेल भेज दिया. इधर कैटेलोनिया की आजादी के विरोधी और समर्थक दोनों तरह के लोगों ने बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया है.
बेल्जियम में पुजदेमोन के वकील ने कहा कि उनका मुवक्किल स्पेन से दूर रहना चाहता है क्योंकि वहां राजनीतिक वातावरण "अच्छा नहीं" है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वो अदालत के साथ सहयोग करेंगे. पुजदेमोन अपने चार साथियों के साथ फिलहाल बेल्जियम में हैं. वकील पॉल बेकेएर्ट ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा, "अगर वे कहेंगे तो वह स्पेन और बेल्जियम की अदालतों के साथ सहयोग करेंगे."
स्पेन के प्रधानमंत्री मारियानो राखोय ने पुजदेमोन और उनकी सरकार को कैटेलोनिया की संसद द्वारा आजादी का प्रस्ताव पास करने के बाद शुक्रवार को बर्खास्त कर दिया था. इससे कुछ ही घंटे पहले कैटेलोनिया की संसद ने आजादी का एकतरफा प्रस्ताव पारित किया था. विपक्ष ने इस पर वोटिंग के दौरान सदन का बॉयकॉट किया जबकि स्पेन की अदालतें इसे गैरकानूनी ठहरा चुकी हैं.
पुजदेमोन ने गुरुवार को हाईकोर्ट के सामने पेश होने के आदेश की अवहेलना की है जहां उन पर राष्ट्रद्रोह, विद्रोह करने और सार्वजनिक धन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. इन्हीं आरोपों का जवाब देने के लिए पुजदेमोन को अदालत में हाजिर होना था. स्पेन के अभियोजकों ने इसके बाद कोर्ट से यूरोपीय गिरफ्तारी का वारंट जारी करने की मांग की है. हाइकोर्ट के जज इस पर फैसला सुनाने वाले हैं. उम्मीद की जा रही है कि वो अभियोजकों की मांग मान लेगें.
सुप्रीम कोर्ट के अध्यक्ष कारक्लोस लेसमेस का कहना है, "अगर कोई जज के सामने बुलाने पर हाजिर नहीं होता तो वो चाहे स्पेन हो या फिर कोई और यूरोपीय संघ का देश, आमतौर पर उसके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया जाता है." गिरफ्तारी का वारंट जारी होने के बाद पुजदेमोन के लिए 21 दिसंबर को होने वाले चुनाव में उतर पाना मुमकिन नहीं होगा. पुजदेमोन ने मंगलवार को कहा कि वह गारंटी मिलने की स्थिति में ही स्पेन लौटेंगे, बहुत से लोगों ने पुजदेमोन के रुख पर असमंजस जताया है.
उथलपुथल भरे महीने के बाद अब लोगों की निगाहें दिसंबर में होने वाले चुनाव की ओर जा रही हैं. बार्सिलोना में प्रदर्शन हो रहे हैं. गुरुवार को आजादी की मांग करने वाले नेताओं के समर्थन में एक बड़ा प्रदर्शन हुआ हालांकि आजादी के समर्थक नेताओं में भी दरार पड़ने की बातें सामने आ रही हैं. कैटेलोनिया भी इस संघर्ष में फिलहाल विभाजित नजर आ रहा है.
एनआर/एमजे (रॉयटर्स)