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केजरीवाल और साथी हिरासत में

२६ अगस्त २०१२

भारत में कोयला घोटाले के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे टीम अन्ना के सदस्यों को दिल्ली के अलग अलग जगहों से हिरासत में ले लिया गया. वे लोग प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत अलग अलग नेताओं के घरों पर प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे थे.

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तस्वीर: Reuters

पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले और पानी की बौछारें छोड़ी. केजरीवाल को प्रधानमंत्री के घर के पास प्रदर्शन करते वक्त हिरासत में लिया गया.

इस प्रदर्शन के साथ ही टीम अन्ना के अंदर भी मनमुटाव पैदा हो गया है क्योंकि टीम ने बीजेपी के खिलाफ भी प्रदर्शन किए. किरण बेदी ने खुद को इन प्रदर्शनों से दूर रखा. पुलिस ने शुरू में प्रदर्शनकारियों को उस वक्त नहीं रोका, जब वे प्रधानमंत्री के घर की तरफ जा रहे थे लेकिन जब वे नजदीक पहुंचे, तो उन्हें हिरासत में ले लिया गया. जंतर मंतर पर अलग अलग लोगों का समूह रेस कोर्स मार्ग पर प्रधानमंत्री निवास, जनपथ पर सोनिया गांधी निवास और तुगलक रोड पर नितिन गडकरी के घर की तरफ रवाना हुआ.

पुलिस ने जनपथ पर लोगों को तितर बितर करने के लिए बल प्रयोग किया, जबकि दूसरी जगहों पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए. मनीष सिसोदिया, प्रशांत भूषण और कुमार विश्वास के साथ हिरासत में लिए गए केजरीवाल ने कहा, "हमारा उद्देश्य यह था कि हम देश के लोगों को यह बता सकें कि किस तरह कोयला घोटाला में बीजेपी और कांग्रेस मिले हुए हैं. हमारा काम हो गया है. अब हम जा रहे हैं."

Arvin Kejriwal
तस्वीर: dapd

जनपथ, तुगलक रोड और अकबर रोड पर प्रदर्शन कर रहे लोगों को रोकने के लिए बैरिकेड लगा था. पुलिस का कहना है कि कुछ लोगों ने इसे फांद कर आगे बढ़ने की कोशिश की, जिसके बाद उन्होंने पानी की बौछार और आंसू गैस के गोले छोड़े. इसके बाद कुछ लोगों ने बसों के टायर पंक्चर कर दिए और वहां से हटने से इनकार कर दिया. पुलिस का कहना है कि इसके बाद उन्हें हटाने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा.

इस प्रदर्शन के दौरान केजरीवाल और टीम अन्ना के सदस्यों के अलावा कई और लोगों ने भी हिस्सा लिया. उन्हें पहले हिरासत में लिया गया और बाद में छोड़ दिया गया. दिन की शुरुआत बड़े नाटकीय अंदाज में हुई, जब केजरीवाल और पांच दूसरे लोग प्रधानमंत्री निवास के अलावा कांग्रेस और बीजेपी अध्यक्षों के घरों के सामने नजर आए. केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, कुमार विश्वास, संजय सिंह और एक और शख्स को हिरासत में लेने के बाद मंदिर मार्ग थाने ले जाया गया. वहां समर्थकों ने प्रदर्शन किया और उन्हें बवाना ले जाने से रोकने की कोशिश की. करीब घंटे भर बाद उन्हें छोड़ दिया गया.

सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि कोयला घोटाले में कांग्रेस के अलावा बीजेपी भी शामिल है और इसलिए उन्होंने दोनों पार्टी के नेताओं के घरों के सामने प्रदर्शन किए. हालांकि उन्होंने एलान किया था कि वे जंतर मंतर पर जमा होने के बाद इन जगहों पर मार्च करेंगे लेकिन केजरीवाल ने उस वक्त सबको चौंका दिया, जब वे प्रधानमंत्री के घर के सामने नजर आए.

केजरीवाल ने कहा, "हम लोग क्या गलत कर रहे हैं. हम तो फुटपाथ पर चुपचाप बैठे हैं. कम से कम हमें बताया तो जाना चाहिए कि हमें क्यों हिरासत में लिया जा रहा है." उनके एक प्रवक्ता ने कहा कि कार्यकर्ताओं ने कानून का उल्लंघन नहीं किया क्योंकि वे सिर्फ दो की संख्या में जमा थे.

केजरीवाल का कहना है, "हम दोबारा घेराव करेंगे. हम बीजेपी और कांग्रेस को संदेश देना चाहते हैं."

एजेए/एनआर (पीटीआई)

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