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कितनी एनर्जी देते हैं एनर्जी ड्रिंक्स

५ मई २०१०

इन दिनों बाज़ार में एनर्जी ड्रिंक्स का बोलबाला है. विज्ञापनों में दावा किया जाता है कि ये पेय तुरंत स्फूर्ति और शक्ति देते हैं और विटामिनों प्रोटीनों से भी भरपूर पर सच में कितनी एनर्जी देते हैं एनर्जी ड्रिंक्स...

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तस्वीर: dpa

खिलाड़ियों के लिए एनर्जी ड्रिंक्स भी, जिन्हें हम हिंदी में शक्ति दायक या स्फूर्ति दायक पेय कहेंगे, यथा नाम तथा गुण नहीं हैं. जर्मनी में कोलोन विश्वविद्यालय के अंतर्गत स्वास्थ्य केंद्र के प्रोफ़ेसर इंगो फ़्रोबेज़े का कहना है कि वे लंबे समय तक चलने वाले केवल कुछेक खेलों के खिलाड़ियों को ही लाभ पहुंचाते हैं.

ज़्यादा लाभ नहीं

फ़्रोबेज़े ने पाया कि लंबे समय तक दमखम बनाये रखने के खोलों में जिन खिलाड़ियों को एनर्जी ड्रिंक दिये गये, जैसे कि मैराथॉन दौड़ या साइकल दौड़ के समय, उन्हें केवल अंतिम 30 मिनटों में ही उनसे लाभ मिला. फ़्रोबेज़ की सलाह है कि बाक़ी समय में उन्हें ऐसे पेय देकर तंग न करना ही बेहतर है.

हर इस तरह के पेय में किसी न किसी रूप में शर्करा यानी शक्कर होती है. वही जैविक ऊर्जा का मूल स्रोत है. उसमें कोफ़ेईन भी होता है, जो एक उद्दीपक है और टाउरीन भी होता है, जो एक अमीनो ऐसिड है. टाउरीन रक्त में पानी और खनिज नमकों के अनुपात को नियमित करने में सहायक होता है. प्यास मिटाने के लिए लिये जाने वाले एनर्जी ड्रिंक्स से खिलाड़ियों को हर बार क़रीब 125 कैलोरी भी अलग से मिलती है.

सादा पानी पिएं

प्रो. फ़्रोबेज़े कहते हैं, "ट्रेनिंग या खेल प्रतियोगिताओं के समय सबसे अच्छा है बिना गैस वाला सादा पानी पीना या फिर फलों के उच्चकोटि के रस पीना." जिसे हाई ब्लडप्रेशर यानी उच्च रक्तचाप की या किसी हृदयरोग की शिकायत है, उसे एनर्जी ड्रिंक्स केवल कभी-कभार ही लेने चाहिये. प्रो. फ़्रोबेज़े की सलाह है कि बच्चों, गर्भवती या दुधपिलाने वाली महिलाओं तथा कोफ़ेइन के प्रति संवेदनशील लोगों को एनर्जी ड्रिंक्स नहीं पीना चाहिये.

रिपोर्टः राम यादव

संपादनः आभा मोंढे