काबुल में मिलिट्री कंपाउड पर आतंकी हमला
२९ जनवरी २०१८काबुल में सोमवार को बंदूकधारियों ने मिलिट्री कंपाउंड को निशाना बनाया. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता दौलत वजीरी ने बताया कि इस हमले में पांच जवानों के शहीद होने और 10 लोगों के घायल होने की खबर है. उन्होंने कहा, "अफगान आर्मी बटालियन पर सुबह के वक्त हमला किया गया. हमलावर हमारी बटालियन को तोड़ना चाहते थे. दो आत्मघाती हमलावरों ने खुद को उड़ा लिया, दो हमलावर सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए और एक को पकड़ लिया गया." वजीरी ने कहा, "मुठभेड़ जरूर थम गई लेकिन हमने पांच जानों को गवां दिया." उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों ने एक रॉकेट, एक ऑटोमैटिक राइफल और आत्मघाती हमले में इस्तेमाल हुए दूसरे सामान ली है.
अधिकारियों के मुताबिक, यह हमला मार्शल फहीम मिलिट्री अकादमी के पास स्थित आर्मी बटालियन पर किया गया था. इस अकादमी में उच्च रैंक अधिकारियों को ट्रेनिंग दी जाती है. सुरक्षा बलों के मुताबिक, बंदूकधारी कड़ी सुरक्षा के चलते अकादमी में नहीं घुस सके.
पिछले साल अक्टूबर में तालिबान के एक आत्मघाती हमलावर ने अफगान सेना का प्रशिक्षण ले रहे 15 ट्रेनी अधिकारियों को अकादमी से घर लौटते वक्त जान से मार दिया था. पिछले कुछ समय में आतंकवादी संगठन तालिबान और आईएस ने अफगान सुरक्षा बलों पर हमलों को बढ़ाया है. जो पहले से ही भ्रष्टाचार और निराशा के माहौल में काम कर रहे हैं.
एक दिन पहले 28 जनवरी को एक तालिबानी आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरी एंबुलेंस को शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके में उड़ा दिया था. इसमें करीब 103 लोग मारे गए थे और करीब 235 लोग घायल हुए. इसके पहले 20 जनवरी को काबुल के इंटरकॉन्टिनेंटल होटल पर हुए हमले में करीब 25 लोग मारे गए थे. इनमें से अधिकतर विदेशी थे. आईएस ने 24 जनवरी को ब्रिटिश चैरिटी संस्था "सेव द चिल्ड्रन" के दफ्तर पर भी हमला किया था जिसमें पांच लोगों जान चली गई थी और करीब 26 लोग घायल हुए थे.
इन हमलों को देखते हुए काबुल को हाई अलर्ट पर डाल दिया गया है. साथ ही विदेशियों को दी गई सुरक्षा चेतवानी में कहा गया है कि आईएस आतंकी, सुपरमार्केट, होटल और उन दुकानों को मुख्य तौर पर निशाना बना सकते हैं जहां विदेशी अधिक जाते हैं.
एए/एनआर (एएफपी)