काबुल में दूतावासों के इलाके में बड़ा बम विस्फोट
३१ मई २०१७चश्मदीदों ने बताया है कि उन्होंने काबुल के इस डिप्लोमैटिक क्वार्टर से बहुत सारा धुआं उठता देखा. इस इलाके में भारत, जर्मनी, फ्रांस, अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों के दूतावास स्थित हैं. अफगानिस्तान का राष्ट्रपति भवन भी विस्फोटस्थल के पास ही है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने अफगान पुलिस के हवाले से बताया है कि विस्फोट एक कार बम के फटने से हुआ, जो जर्मन दूतावास के पास पार्क की गयी थी. अफगान सरकार ने बम हमले की चपेट में आने से कम से कम 64 लोगों की मौत होने और 300 से भी अधिक लोगों के घायल होने की जानकारी दी है. स्वास्थ्यकर्मियों के अनुसार 80 लोग मारे गये हैं. घायलों को आयी गंभीर चोट के कारण मरने वालों की संख्या और बढ़ने का भी अंदेशा जताया गया है.
बीते कुछ महीनों में काबुल बार बार आतंकी हमलों का निशाना बना है. कई बार इनके पीछे विद्रोही तालिबान का हाथ रहा, तो कई बार तथाकथित इस्लामिक स्टेट ने ऐसे हमलों की जिम्मेदारी ली है. इस बार का हमला काफी बड़ा बताया जा रहा है. विस्फोटस्थल के एक किलोमीटर के दायरे में मौजूद इमारतों, कारों सब को क्षति पहुंची है.
अब तक किसी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. अभी यह भी साफ नहीं हो पाया है कि हमले का मुख्य निशाना किसे बनाया जाना था. इस डिप्लोमैटिक क्वार्टर में कई देशों के दूतावासों के अलावा अफगानिस्तान में नाटो मिशन का मुख्यालय भी है. फ्रांस की यूरोपीय और विदेशी मामलों की मंत्री मारिएल डि सारनेज ने कहा है कि काबुल के फ्रेंच दूतावास को भी नुकसान पहुंचा है, लेकिन अब तक किसी फ्रेंच नागरिक के उसकी चपेट में आने की सूचना नहीं है.
भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी ट्वीट कर बताया है कि भारतीय दूतावास के सभी लोग सुरक्षित हैं.
इसके पहले मई में ही काबुल में आठ विदेशी सैनिकों की आईएस के एक बम हमले में जान गई थी. मार्च में विद्रोहियों ने इसी इलाके में स्थित अफगान सैनिक अस्पताल पर हमला कर 38 लोगों की जान ले ली थी और 70 अन्य को घायल कर दिया था. यह सभी लोग मरीज, डॉक्टर या स्वास्थ्यकर्मी थे.
आरपी/एमजे (एएफपी, डीपीए, रॉयटर्स)