कहीं आप 13वीं राशि के तो नहीं..
१६ जनवरी २०११अमेरिका में मिनिसोटा के एक अखबार में लाइव साइंस में छपे लेख को दोबारा छापा है, जिसके बाद हड़कंप मच गया है. आम तौर पर समझा जाता है कि किसी भी व्यक्ति से जुड़े दो ही तथ्य सबसे ज्यादा स्थायी होते हैं, एक तो उनका जन्मदिन और दूसरा उनकी राशि. लेकिन अगर अचानक रातों रात आपकी राशि ही बदल जाए तब तो बड़ी मुश्किल हो जाएगी. सब कुछ उल्टा पुल्टा हो जाएगा.
कल तक जो मकर राशि वाले लोग थे, उनमें से कुछ अचानक धनु हो गए, जो कुंभ थे मकर हो गए और जो वृषचिक थे, ओफ्यूकस हो गए. क्या हो गए?? जी हां, ओफ्यूकस. मिनिसोटा प्लेनीटोरियम सोसाइटी की मानें तो ओफ्यूकस ही 13वीं राशि है और जिन लोगों का जन्म 29 नवंबर से 17 दिसंबर के बीच हुआ है, वे इसी राशि में आते हैं.
चांद ने बदले सितारे
वैज्ञानिक वजह दी जा रही है कि पृथ्वी की तरफ चंद्रमा का खिंचाव बढ़ने के साथ ही धरती की धुरी ने जगह बदल ली है और इस वजह से पृथ्वी के हिसाब से सितारों का स्थान भी बदला है. और यही वजह बताई जा रही है कि अब एक 13वीं राशि भी है, जिसका नाम ओफ्यूकस है और जिसका मतलब सर्पधारी है.
भारत में आम तौर पर शादियां राशि और कुंडलियों के मिलान से होती हैं. एक नई राशि जुड़ जाने से भारी अफरा तफरी मच सकती है. पंडितजी को कुंडलियों की नई शक्ल तैयार करनी होगी. कंप्यूटरों में फीड कुंडलियों के आंकड़े बदलने होंगे और न जाने कितने ही पंचांग दोबारा तैयार करने होंगे.
सिर्फ भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में बहुत सारे लोग राशिफल और ज्योतिष पर यकीन करते हैं. उन सबको चिंता हो रही होगी कि कहीं उनकी राशि बदल तो नहीं गई. कई लोग तो अपने शरीर पर अपनी जोडिएक साइन वाली टैटू भी गुदवा लेते हैं. अगर उनकी राशि बदल गई तो...
जोडिएक साइन को मानने वाले लोगों की नजर में हर राशि खासियत होती है और विशेष राशिफल वाले लोग विशेष तरह से व्यवहार करते हैं. कोई कठोर और मुश्किल निर्णय लेने वाला होता है, तो कोई मृदुभाषी और सरल स्वभाव का. अब अचानक राशि बदलने से सब कुछ उल्टा पुल्टा हो सकता है.
हजारों साल से बेबीलोनिया द्वारा बनाई गई राशि दुनिया भर में मान्य हैं, जिसके मुताबिक 12 राशिफल होते हैं. हालांकि खुद बेबीलोनिया के कैलेंडर में भी 13वीं राशि का जिक्र है, जिसे बहुत पहले निकाला जा चुका है.
मिनिसोटा के खगोलशास्त्रियों के इस दावे ने ज्योतिषियों की भी नींद हराम कर दी है. अमेरिका के जाने माने खगोलशास्त्रियों ने इस दावे को नकार दिया है. ग्रीफिथ ऑबजरवेटरी के डॉक्टर एड क्रुप का कहना है कि यह कोई नई बात नहीं है. हजारों साल से इस बारे में जानकारी है. अमेरिका की मशहूर एस्ट्रोलॉजर सूजान मिलर का कहना है कि यह एक बकवास खबर है.
अगले पेज पर देखिए कौन सी तारीख पर हैं नई राशियां...
नई राशि इस प्रकार हैं:
मकर (Capricorn)
20 जनवरी से 16 फरवरी
कुंभ (Aquarius)
16 फरवरी से 11 मार्च
मीन (Pisces)
11 मार्च से 18 अप्रैल
मेष (Aries)
18 अप्रैल से 13 मई
वृष (Taurus)
13 मई से 21 जून
मिथुन (Gemini)
21 जून से 20 जुलाई
कर्क (Cancer)
20 जुलाई से 10 अगस्त
सिंह (Leo)
10 अगस्त से 16 सितंबर
कन्या (Virgo)
16 सितंबर से 30 अक्तूबर
तुला (Libra)
30 अक्तूबर से 23 नवंबर
वृश्चिक (Scorpio)
23 नवंबर से 29 नवंबर
ओफ्यूकस (सर्प) (Ophiuchus)
29 नवंबर से 17 दिसंबर
धनु (Sagittarius)
17 दिसंबर से 20 जनवरी
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः ईशा भाटिया