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कहां से आया ई कोलाई संक्रमण

५ जून २०११

हालांकि ई कोलाई संक्रमण का कारण ढूंढ रहे डॉक्टरों की नजर फिलहाल उत्तरी जर्मनी के शहर ल्यूबेक पर टिकी हुई है लेकिन फिर भी यह साफ नहीं हो सका है कि संक्रमण आखिर आया कहां से.

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तस्वीर: dapd

विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक जानकार ने दावा किया कि ई कोलाई की खतरनाक प्रजाति एंटेरोहीमोरेजिक एश्चेरिशिया कोलाई (ईहेक) सलाद से आ ही नहीं सकती है. उन्होंने आशंका जताई कि इसका स्रोत गौमांस हो सकता है.

यूरोपीय आयोग ने ब्रसेल्स में कहा कि यूरोपीय संघ के जानकार ल्यूबेक के रेस्टोरेंट की जांच के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं. यूरोप की खाद्य सुरक्षा एजेंसी ईएफएसए ने शुक्रवार को कहा कि जर्मनी में फिलहाल इस संक्रमण से पीड़ित लोगों की संख्या 1,213 है और कुल 18 लोग मारे गए हैं.

खाने पर ध्यान दें

एफ्सा ने सलाह दी है कि खाना कहां से आ रहा है, उस पर और रेस्टोरेंटों पर ध्यान दिया जाए. जर्मनी में करीब 520 लोग एचयूएस सिन्ड्रोम से पीड़ित हैं. ई कोलाई बैक्टीरिया के संक्रमण से किडनी फेल होने को हीमोलिटिक यूरेमिक सिन्ड्रोम कहते हैं.

Im Hauptlabor des Landesamtes für Landwirtschaft, Lebensmittelsicherheit und Fischerei Mecklenburg-Vorpommern (LALLF) in Rostock bereitet Biologin Doris Albrecht am Montag (30.05.2011) eine Gurke für die Untersuchung auf verotoxinbildende E. coli-Bakterien vor, zu denen der lebensbedrohlichen Darmkeim EHEC gehört. Sollten Proben positiv ausfallen, werden die Untersuchungen im Nationalen Referenzlabor in Berlin fortgeführt, um zu prüfen ob es sich um den EHEC-Erreger handelt. Auch in Mecklenburg-Vorpommern erkranken immer mehr Menschen an EHEC, ein Ende der Krankheitswelle ist nicht absehbar. Foto: Bernd Wüstneck dpa/lmv
तस्वीर: picture-alliance/dpa

स्वीडन में ईहेक से संक्रमित लोगों की संख्या 46, फ्रांस में 10, पुर्तगाल में तीन और स्विट्जरलैंड में एक है. ये सभी लोग जर्मनी आए थे.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञ डोनैटो ग्रेको ने इतालवी अखबार ला रिपब्लिका में कहा कि यह बैक्टीरिया सामान्य तौर पर जानवरों की आंत में पाया जाता है, इसलिए अधपके हैमबर्गर्स या स्टीक में यह हो सकता है. ग्रेको के मुताबिक उन्होंने इस तरह का बैक्टीरिया पहले कभी सब्जियों या फलों में नहीं देखा. उन्होंने कहा कि जानवरों में एंटीबायोटिक के बढ़ते इस्तेमाल के कारण यह खतरनाक प्रजाति पैदा हुई हो सकती है.

कुछ पता नहीं चला

जर्मनी में डॉक्टर इस बात से सहमत हैं कि ई कोलाई संक्रमण का इलाज एंटीबायोटिक दवाइयों से नहीं किया जा सकता. उत्तरी जर्मनी के राज्य श्लेसविग होल्स्टाईन के कृषि मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "हम कहीं नहीं पहुंचे हैं. कुछ रिपोर्टें कहती हैं कि ल्यूबेक के रेस्टोरेंट से यह संक्रमण फैला तो बाकी लोग कहते हैं कि हैम्बर्ग में बंदरगाह पर मई में हुए समारोह के दौरान यह बीमारी फैली. क्योंकि 6-8 मई के बीच शहर में 15 लाख यात्री थे."

पहली शंका कि स्पेन या नीदरलैंड्स के खीरे और सलाद से यह संक्रमण फैला है, सही नहीं है. जर्मन सरकार ने खीरा, टमाटर और सलाद न खाने की सलाह दी है और कई किसानों को अपनी फसल फेंकनी पड़ रही है, जिससे गंभीर आर्थिक संकट पैदा हो रहा है.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः वी कुमार