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कसाब का सवाल पूछती फिल्म रिलीज

२५ नवम्बर २०११

मुंबई का सीना छलनी करते हुए पूरे भारत को हिला देने वाले 26/11 हमलों पर बनी पहली फिल्म रिलीज हुई. मराठी में बनी यह फिल्म दिखाती है कि हमलों के बाद कई पुलिसवालों की जिंदगी कैसे बदल गई. कसाब को लेकर सरकार से सवाल.

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तस्वीर: AP

'हेलो जय हिंद' नाम की यह फिल्म 26/11 हमलों के बाद पुलिस कांस्टेबलों की जिंदगी में आए बड़े बदलाव की कहानी है. फिल्म के निर्देशक गजेंद्र अहिरे और प्रोड्यूसर नितिन देसाई व तृप्ति भोएर हैं. तृप्ति  कहती हैं, "फिल्म उन परिवारों की कहानी कहती है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया. हमने यह सवाल भी उठाया कि मोहम्मद अजमल कसाब अब तक जिंदा क्यों हैं, उसे फांसी क्यों नहीं दी गई."

प्रोड्यूसर नितिन और तृप्ति  ने अभिनय भी किया है. नितिन पुलिस कांस्टेबल शिवाजी पवार बने हैं, तृप्ति  शिवाजी पवार की पत्नी दुर्गा के किरदार में हैं. तृप्ति  कहती हैं, "फिल्म के किरदार वास्तविक नहीं हैं. लेकिन दो चीजें वास्तविक हैं, मुंबई हमले और कसाब."

Mohammed Ajmal Kasab
तस्वीर: AP

सेंसर बोर्ड ने कुछ आपत्तियों के साथ फिल्म को U/A सर्टिफिकेट से साथ दिखाने की अनुमति दे दी है. शुक्रवार को फिल्म महाराष्ट्र के 250 थिएटरों में रिलीज हुई. अन्य भाषाओं में भी फिल्म की डबिंग की जा रही है. तृप्ति कहती हैं, "हम अन्य भाषाओं में भी फिल्म की डबिंग कर रहे हैं. हम आम आदमी को जगाना चाहते हैं. हम चाहते हैं कि न्याय मिले."

फिल्म सरकार के रुख पर सवाल खड़ा करती है, "व्यक्तिगत रूप से मुझे लगता है कि कसाब के साथ क्या हो रहा है. आम आदमी उन सुविधाओं के लिए टैक्स चुका रहा है जो उसे मिलनी चाहिए. लेकिन टैक्स चुकाने वाले लोगों के कठिन परिश्रम की कमाई को कसाब की सुरक्षा पर खर्च किया जा रहा है, उसे जिंदा रखने के लिए."

भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई पर 26 नवंबर 2008 को आतंकवादी हमला हुआ. हमला तीन दिन तक चला और 166 लोगों की मौत हुई.

रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह

संपादन: एन रंजन

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