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कलमाड़ी देख रहे हैं ओलंपिक कराने का सपना

३० सितम्बर २०१०

कॉमनवेल्थ खेल कराने में तो भारत के छक्के छूट गए लेकिन आयोजन समिति के मुखिया सुरेश कलमाड़ी कह रहे हैं कि देश ओलंपिक खेल भी आयोजित करा सकता है. साथ ही कलमाड़ी ने आलोचकों को लिया आड़े हाथ.

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तस्वीर: UNI

फिक्की की तरफ से आयोजित ग्लोबल स्पोर्ट्स समिट टर्प 2010 में कलमाड़ी ने कहा कि कॉमनवेल्थ खेलों का सफल आयोजन भारत को ओलंपिक खेलों का आयोजन करने में भी मदद करेगा. उनके मुताबिक, "कॉमनवेल्थ खेलों की सबसे बड़ी विरासत ओलंपिक होंगे. क्रिकेट हमारे देश में सबसे लोकप्रिय खेल हैं, लेकिन इसे दुनिया में 10 देश ही खेलते हैं. वहीं ओलंपिक में सारे खेल शामिल हैं. हमारे यहां ओलंपिक को भी लाना होगा. यह हमारे लिए मौका है और कॉमनवेल्थ खेल इसमें मदद करेंगे."

भारत 2020 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए दावेदारी पेश करना चाहता है लेकिन भारतीय ओलंपिक समिति और खेल मंत्रालय के बीच इस मुद्दे पर तनातनी है. मंत्रालय का कहना है कि उसे ओलंपिक खेलों के लिए भारत की दावेदारी के बारे में कुछ नहीं पता और सरकार की सहमति के बिना इस बारे में कोई कदम नहीं उठाया जा सकता.

कलमाड़ी ने कॉमनवेल्थ खेलों के आलोचकों को भी आड़े हाथ लिया है. वह कहते हैं कि खेलों के बाद किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं. चौतरफा आलोचनाओं से घिरे कलमाड़ी के मुताबिक, "बीबीसी पान की पीकों वाले शौचालयों की तस्वीर दिखा रहा है. लेकिन वे तस्वीरें महीने भर पुरानी हैं. बहुत सारी गलतफहमियां हैं. मसलन टॉइलेट पेपर 4000 रुपये में खरीदे जाने की भी बात हो रही हैं. लेकिन इसमें 100 डिब्बे हैं जिनमें से हर एक कीमत 40 रुपये है."

3 अक्तूबर को शुरू हो खेलों के उद्घाटन के बारे में कलमाड़ी कहते हैं कि यह आयोजन एकदम शानदार होगा. उनके मुताबिक, "दुनिया भर में उद्घाटन समारोह को तीन अरब लोग देखेंगे. यह ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, कनाडा और अमेरिका में दिखाया जाएगा. पूरी दुनिया इसे देखेगी."

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः वी कुमार

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