करें इन फैशन आइटम की छुट्टी
नायलॉन की स्टॉकिंग्स करीब 75 साल से चलन में हैं. डीडब्ल्यू की केट म्यूजर की राय में ऐसी ही कई फैशन एक्सेसरी की छुट्टी करने का वक्त आ गया है.
नायलॉन स्टॉकिंग्स
पतले, झिल्ली जैसे फैलने वाले लंबे मोजे या स्टॉकिंग्स पहनने का चलन पश्चिमी देशों में करीब 75 साल से चला आ रहा है. म्यूजर बताती हैं कि वैसे तो इन्हें पहनना कई बार बहुत आरामदायक नहीं होता लेकिन ये कॉर्सेट जैसी एक्सेसरीज से फिर भी बेहतर हैं.
क्लच
एक कामकाजी महिला होने के नाते जर्मनी की चांसलर भी समझती हैं कि दिन भर साथ लेकर चलने वाले बैग में जरूरी चीजें रखने के लिए पर्याप्त जगह होना कितना जरूरी है. क्लच को एक बड़े बैग में बाकी चीजों, जैसे मोबाइल फोन, पानी की बोतल वगैरह के साथ रखा जा सकता है.
बॉडी शर्ट
बटनबंद शर्ट किसी भी ऑफिस की वेशभूषा में शामिल होती है लेकिन इसके एक अवतार, बॉडी शर्ट को पहनना काफी परेशानी भरा हो जाता है. बच्चों की नैपी की तरह नीचे तक लगे बटन को बार बार खोलना पड़े तो काफी वक्त बर्बाद होता है. साधारण शर्ट पहनना कहीं आसान और प्रैक्टिकल है.
ब्रा के 'अदृश्य’ फीते
पश्चिमी देशों में आमतौर पर महिलाओं के ब्रा के फीते दिखना कोई बड़ी बात नहीं मानी जाती. फिर भी ऑफिस या किसी बहुत फॉर्मल माहौल में इसे ढक कर रखना ही बेहतर माना जाता है. प्लास्टिक के अदृश्य से लगने वाले फीतों का फैशन नहीं रहा. म्यूजर का मानना है कि इन अदृश्य फीतों से बेहतर होगा यदि महिलाएं फीतारहित ब्रा पहनें.
स्किनी जींस
बेलबॉटम और पलाजो पैंट्स की वापसी एक राहत देने वाला चलन है. स्किनी जींस केवल दुबली पतली मॉडल सरीखे शरीर वाली महिलाओं पर ही जंचती है. कई सर्वे दिखाते हैं कि पुरुष भी बहुत ज्यादा पतली लड़कियों की बजाए ज्यादा स्वस्थ दिखने वाली महिलाओं को अधिक आकर्षक मानते हैं.
नकली लंबी पलकें
नाखून से लेकर बालों के रंग तक, महिलाओं के फैशन में सब कुछ रंगा जा सकता है. नकली नाखून लगाने पर कीबोर्ड या फोन में टाइप करना जंजाल हो जाता है, तो वहीं नकली आईलैश लगाने की अपनी चुनौतियां हैं. इन्हें पलकों पर चिपकाने वाला गोंद आंखों में बह कर परेशान कर सकता है, जिससे दूर रहना ही बेहतर है.