ओबामा को नोबेल शांति पुरस्कार
९ अक्टूबर २००९नॉर्वे की नोबेल पुरस्कार समिति ने इस फ़ैसले के साथ अंतरराष्ट्रीय राजनय और जनताओं के बीच सहयोग को सुदृढ़ बनाने के ओबामा के असाधारण प्रयासों का सम्मान किया है.
बराक ओबामा अमेरिका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति हैं. राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में उनका मनोनयन है इस बात का संकेत था कि अमेरिका में नस्लभेद लगातार कम हो रहा है. अपने अब तक के कार्यकाल में उन्होंने परमाणु हथियार मुक्त विश्व के लिए काम किया है और मुसलमानों के साथ संबंधों को बेहतर बनाने का प्रयास किया है.
ओबामा को सुबह ओस्लो से आए समाचार के लिए जगाया गया, लेकिन ओबामा प्रशासन के लिए भी यह ख़बर इतनी अप्रत्याशित थी कि प्रवक्ता के लिए तुरंत कुछ कहने को नहीं था. पांच सदस्यीय पुरस्कार समिति के प्रमुख थोरब्योर्न यागलंड ने कहा कि समय के अंतर के कारण नोबेल पुरस्कार समिति ने ओबामा को अपने फ़ैसले के बारे में पहले जानकारी नहीं देने का फ़ैसला किया.
स्वयं अमेरिका में इस फ़ैसले पर आश्चर्य है. मीडिया में वह राष्ट्रीय उत्साह नहीं देखा जा रहा है जो अमेरिकी दिखाने में सक्षम हैं. आश्चर्य में अविश्वास और संशय का पुट शामिल दिखता है. सीएनएन के मॉडरेटर जॉन मान ने पुरस्कार की घोषणा करते हुए कहा, "एक व्यक्ति, जो सिर्फ़ नौ महीने से इस उच्च पद पर है, दो देशों में युद्ध लड़ रहा है - उसे शांति के लिए दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण पुरस्कार मिल रहा है."
ऐसा नहीं है कि किसी और अमेरिकी राष्ट्रपति को कार्यकाल के दौरान नोबेल पुरस्कार से सम्मानित नहीं किया गया गया है. थियोडोर रूज़वेल्ट को 1906 में और वूड्रो विल्सन को 1919 में यह पुरस्कार मिला. लेकिन दोनों अपने दूसरे कार्याकल में थे और दोनों को पुरस्कार से पहले भारी राजनीतिक सफलताएं मिली थीं.
ओबामा को पुरस्कार देने का फ़ैसला अप्रत्याशित था, लेकिन राजनीतिक प्रेक्षकों का मानना है कि पुरस्कार समिति ने भविष्य में निवेश किया है. जर्मन- अमेरिकी संबंधों के लिए जर्मन सरकार के विशेष दूत और एसपीडी राजनीतिज्ञ कार्स्टेन फ़ोग्ट का इस फ़ैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि स्वाभाविक रूप से यह फ़ैसला इरादों के लिए, नई राजनीतिक शैली के लिए और नए राजनीतिक तरीक़ों के लिए दिया गया है.
दुनिया की कई और राजधानियों की तरह बर्लिन और पैरिस में ओबामा को नोबेल पुरस्कार देने के फ़ैसले का व्यापक स्वागत हुआ है. जर्मन राष्ट्रपति हॉर्स्ट कोएलर ने ओबामा को बधाई दी है चांसलर अंगेला मैर्केल ने कहा है, "परमाणु शस्त्र विहीन विश्व के लिए उनका प्रयास ऐसा लक्ष्य है जिसके लिए हम सबको प्रयास करना चाहिए."
एसपीडी नेता और निवर्तमान विदेशमंत्री फ़्रांक वाल्टर श्टाइनमायर ने फ़ैसले को "अमेरिकी राष्ट्रपति की सहयोगात्मक नीति के समर्थन का महत्वपूर्ण सिग्नल बताया है." फ़्रांसीसी राष्ट्रपति निकोला सारकोज़ी ने कहा है कि ओबामा को नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाना "जनता के दिलों में अमेरिका की वापसी दिखाता है."
4 अगस्त 1961 को हवाई में पैदा हुए ओबामा केन्या के एक अश्वेत छात्र और श्वेत अमेरिकी महिला की संतान हैं. ओबमा का आरंभिक बचपन हवाई पर बीता. माता-पिता के अलग होने के बाद उनकी मां ने एक इंडोनेशियाई से शादी कर ली और पूरा परिवार इंडोनेशिया चला गया, जहां ओबामा ने 1971 तक स्कूली शिक्षा पाई. उसके बाद उनके नाना-नानी ने उनकी हवाई पर ही परवरिश की.
न्यूयार्क में राजनीतिशास्त्र की शिक्षा, शिकागो में सामाजिक कार्य और हार्वर्ड में वकालत पढ़ने के बाद ओबामा ने शिकागो विश्वविद्यालय में पढ़ाया. 1996 में वे अपने प्रांत इलीनॉय की सीनेट के लिए चुने गए और 2004 में अमेरिकी सीनेट पहुंचे. 2007 में ही उन्होंने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार होने की घोषणा की और कड़े संघर्ष में पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की पत्नी हिलेरी क्लिंटन को हराकर अपने डेमोक्रैटिक पार्टी के उम्मीदवार बने.
पिछले साल यह पुरस्कार फ़िनलैंड के राष्ट्रपति मारती अहतीसारी को मिला था जबकि 2007 में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अल गोर और भारत के आर के पचौरी की अध्यक्षता वाले विश्व पर्यावरण परिषद को पुरस्कार मिला था.
नोबेल शांति पुरस्कार विश्व में शांति स्थापना के लिए उत्कृष्ट सेवा के लिए दिया जाता है. अबतक 96 लोगों और 20 संस्थानों को शांति स्थापना के उनके कामों के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. इन संस्थानों में अंतरराष्ट्रीय रेड क्रास भी शामिल है जिसे तीन बार यह पुरस्कार मिला है. संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग को दो बार नोबेल पुरस्कार के लायक समझा गया.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: ए कुमार