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"ओबामा की भारत यात्रा से पाक परेशान नहीं"

५ नवम्बर २०१०

पाकिस्तान को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत को एशिया में अपनी मौजूदगी के लिए मील का पत्थर बताया है. उसका कहना है कि अमेरिका के साथ उसके संबंधों को भारत अमेरिका संबंधों के चश्मे से न देखा जाए.

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हाल ही में हुई अमेरिका पाक की बातचीततस्वीर: AP

ओबामा ने भारत की अपनी महत्वपूर्ण यात्रा से पहले कहा कि भारत अमेरिका का एक अहम साझीदार है. लेकिन पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल बासित की कोशिश रही कि अमेरिकी राष्ट्रपति की इस टिप्पणी को ज्यादा अहमियत न दी जाए.

जब पत्रकारों ने बासित से इस बारे में बात करनी चाहिए तो उन्होंने कहा, "हमने हाल ही में अमेरिका के साथ रणनीतिक बातचीत का तीसरा दौर खत्म किया है. उस बातचीत में यह बात साफ तौर पर उभर कर आई कि अमेरिका पाकिस्तान के साथ लंबी रणनीतिक साझेदारी कायम करना चाहता है."

बासित ने कहा कि पाकिस्तान भारत को लेकर ओबामा की टिप्पणी से परेशान नहीं हैं. उन्होंने जोर दिया कि अमेरिका के साथ पाकिस्तान के संबंधों को भारत अमेरिका संबंधों की रोशनी में न देखा जाए. बासित ने कहा, "अमेरिका और भारत के बीच जो कुछ हो रहा है, अमेरिका पाकिस्तान संबंध उससे अलग हैं."

पत्रकारों ने बासित के सामने ओबामा के उस बयान का भी जिक्र किया जिसके जरिए अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान को मुंबई के आतंकी हमलों के दोषियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने को कहा था, तो उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपनी जिम्मेदारी निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है.

अमेरिकी राष्ट्रपति भारत यात्रा के दौरान मुंबई के उसी ताज होटल में रहेंगे जिस पर आतंकियों ने हमला किया था. ओबामा के इस कदम को आतंकियों के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है लेकिन पाकिस्तान इसका कोई मतलब नहीं निकालना चाहता. बासित ने तो इस बारे में बात करने से ही इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिए तो कश्मीर एक अहम मुद्दा है और उम्मीद है कि भारत और अमेरिका के रणनीतिक संबंध एशिया में शांति बढ़ाने में मदद करेंगे.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः ए कुमार

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