एयर ट्रैफिक में मधुमक्खियों का योगदान
२६ मई २०११बर्लिन के शोनेनफेल्ड एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बताया कि वे लंबे समय से इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे. इसके तहत मधुमक्खियों और उनके शहद का अध्ययन करने से वायु की गुणवत्ता का पता चल सकेगा.
एयरपोर्ट के पर्यावरण विभाग के योखेन हाइमबर्ग ने एक बयान जारी कर कहा, "शहद पर नजर रखने से हमारी एयर क्वालिटी कंट्रोल सिस्टम को मदद मिलेगी." उन्होंने कहा, "शहद के अलावा हम मधुमक्खियों और उनके छत्तों पर भी नजर रखेंगे. ताकि हमें प्रदूषण की पूरी स्थिति समझ में आ सके."
इसके तहत वैज्ञानिक मधुमक्खी पालने वाले स्थानीय लोगों के साथ मिल कर इस बात की जानकारी जुटाएंगे कि क्या बर्लिन ब्रैंडनबर्ग एयरपोर्ट पर्यावरण के लिए खतरा तो नहीं है. हालांकि यह काम कैसे होगा, इसके बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी गई.
शोनेनफेल्ड एयरपोर्ट 1934 में बना था और हाल के दिनों में इसका तेजी से विस्तार किया जा रहा है. बाद में जब बर्लिन के टेगेल एयरपोर्ट को पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा, तो शोनेनफेल्ड ही इकलौता एयरपोर्ट होगा.
रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल
संपादनः एस गौड़