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एक रात की आंधी बारिश में 72 लोगों की मौत

३ मई २०१८

उत्तर और पश्चिम भारत के ज्यादातर इलाकों में धूल भरी आंधी और बारिश की चपेट में आ कर कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई है जबकि 160 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. आंधी और बारिश बुधवार शाम से शुरू हुई.

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Indian Allahabad  - Sandsturm
इलाहाबादतस्वीर: Getty Images/AFP/S. Kanojia

बुधवार की रात सबसे ज्यादा तबाही आगरा में हुई है जहां कम से कम 36 लोगों की जान गई है. उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त संजय कुमार ने बताया कि यहां 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही थी. हालांकि इस आंधी बारिश में ताजमहल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.

Indien Sturmschaden in  Bharatpur
तस्वीर: Getty Images/AFP

समाचार एजेंसी पीटीआई ने खबर दी है कि राजस्थान में 27 लोगों की मौत हुई है और करीब 100 लोग घायल हैं. ज्यादातर लोगों की मौत घरों की छत गिरने या फिर बिजली गिरने से हुई. कच्चे मकानों पर जब पेड़ और बिजली या फिर बिजली के खंभे गिरे तो वो ढह गए और कई जगहों पर उनमें आग भी लग गई. इसी की चपेट में आ कर लोगों की जान गई. संजय कुमार ने बताया कि कई जगहों पर टेलिफोन और बिजली की सेवा भी बाधित हुई है. पेड़ गिरने से कई जगहों पर सड़कों पर यातायात भी रुक गया.

तूफान से तबाही, लगभग 100 की मौत

एक साथ तेज हवा, भारी बारिश और बिजली गिरने के कारण लोगों पर मानों आसमान से कहर टूट पड़ा. बिजली के खंभे और पेड़ों के गिरने से केवल उत्तर प्रदेश में ही 46 लोगों की मौत हुई. दोनों राज्यों में मरने वालों की तादाद अभी और बढ़ सकती है. उत्तर प्रदेश का आगरा और राजस्थान का भरतपुर दोनों पड़ोसी जिले हैं और इन्हीं इलाकों में सबसे ज्यादा आंधी बारिश का असर हुआ है.

Indien Sturmschaden in Agra / Uttar Pradesh
आगरातस्वीर: Getty Images/AFP

अचानक आई आंधी और बारिश से लोगों को संभलने का मौका नहीं मिला. मानसून अब भी इस इलाके से कम से कम छह हफ्ते दूर है. जगह जगह पेड़ों के उखड़ने और उनके झोपड़ियों या कच्चे मकानों पर गिरने की वजह से भी कई लोग मारे गए हैं. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि पूरे उत्तर भारत में गुरुवार को भी तेज हवाओं और बारिश के कारण इस तरह के हालात पैदा हो सकते हैं.

एनआर/एमजे (डीपीए, एपी)