एक करोड़ 78 लाख रुपये की मछली
५ जनवरी २०११सुकीजी मछली बाजार में लगाई गई बोली में यह मछली 3 लाख 96 हजार डॉलर यानी एक करोड़ 78 लाख रुपये में बिकी. जापान में मछली का बहुत ज्यादा दोहन होता है. इस बात को लेकर पर्यावरणविद जापान की आलोचना भी करते रहते हैं. उनका कहना है कि जापान में मछली दोहन ने बहुत सारी प्रजातियों को मुश्किल में डाल दिया है. लेकिन इस आलोचना से परे जापान में मछली के लिए दीवानगी बढ़ती ही जा रही है.
सबसे महंगी बिकी टूना मछली का वजन 342 किलोग्राम है. यानी एक सामान्य जापानी सूमो पहलवान से लगभग दोगुना. इस मछली को जापान के उत्तरी द्वीप होकाइदो से पकड़ा गया.
95 हजार येन प्रति किलोग्राम के हिसाब से खरीदी गई यह मछली अब होलसेल के जरिए जापान और हॉन्ग कॉन्ग के सुशी रेस्तरां में बेची जाएगी.
जापान में ब्लूफिन टूना मछली सबसे ज्यादा खाई जाती है. वहां मछली के व्यापार पर प्रतिबंध लगाने की मांग बढ़ रही है. पर्यावरणविद कहते हैं कि जिस तरह जापान मछली दोहन कर रहा है, ब्लूफिन टूना मछली जल्दी ही खत्म हो जाएगी. इंटरनेशनल यूनियन फॉर कन्जरवेशन ऑफ नेचर ने अटलांटिक और दक्षिण में पाई जाने वाली ब्लूफिन टूना मछली की प्रजाति के खतरे में होने का एलान कर रखा है.
लेकिन मछली का यह व्यापार जापान के लिए न सिर्फ बाजार पैदा करता है बल्कि सैलानियों को भी आकर्षित करता है. सुकीजी बाजार ही सैलानियों को खासा पसंद आता है. यहां दुनियाभर से लोग मछली बाजार देखने आते हैं. टोकियो आए कई विदेशी सैलानी तो सुबह जल्दी जगते हैं ताकि सुकीजी की मशहूर टूना नीलामी देख सकें.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः महेश झा