उत्तरी इस्राएल में आग, 41 मरे
३ दिसम्बर २०१०ताजा समाचारों के अनुसार हैफा के पास जंगल में लगी आग में 41 लोग मारे गए हैं लेकिन 41 में से अभी तक सिर्फ 11 लाशों की शिनाख्त हो पाई है. बहुत से लोग लापता बताए जा रहे हैं जबकि कम से कम 17 लोग आग से घायल हो गए हैं जिनमें से दो मौत से जूझ रहे हैं. मरने वाले 36 लोग एक जेल के कर्मचारी बताए जा रहे हैं जो कैदियों को आग से बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए एक बस में सफर कर रहे थे.
लगभग 400 दमकल कर्मचारी जंगल में फैली आग को बुझाने की कोशिश में लगे हैं. जंगली आग का सामना करने के लिए पर्याप्त उपकरण न होने के कारण प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने दूसरे देशों से सहायता मांगी है.
शुक्रवार को तीन अग्निशमन विमानों में से पहला इस्राएल पहुंच गया है. इस्राएली विदेश मंत्रालय को साथी देशों से कम से कम 17 अग्निशमन विमानों और हेलिकॉप्टरों के आने की उम्मीद है. इनमें से दो तुर्की भेज रहा है. राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी इस्राएल को मदद का आश्वासन दिया है.
तेज हवाओं के कारण आग की लपटें दक्षिणी हैफा तक पहुंच गई हैं. ढ़ाई लाख से अधिक की आबादी वाला हैफा इस्राएल का तीसरा सबसे बड़ा शहर है. अधिकारियों ने देनिया मोहल्ले से लोगों को हटाना शुरू कर दिया है. अब तक 12 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: एन रंजन