उत्तर कोरिया का मिसाइल परीक्षण
उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण के बाद एशिया में अमेरिका की रॉकेट रोधी प्रणाली तैनात किए जाने की संभावना बढ़ गई है. उत्तर कोरिया का कहना है कि उसने अंतरिक्ष में उपग्रह भेजा है तो पश्चिमी देश इसे मिसाइल टेस्ट मान रहे हैं.
सामान्य उपग्रह?
उत्तर कोरिया ने अपने परीक्षम के वैध होने का दावा किया है. अंतरिक्ष में भेजे गए उपग्रह क्वांगमियोंगसोंग 4 को उसने पृथ्वी की निगरानी करने वाला उपग्रह बताया है. इसका वजन करीब 100 किलोग्राम है.
मौसम की जानकारी
उत्तर कोरिया का कहना है कि उसका अंतरिक्ष कार्यक्रम वैध प्रोग्राम है. क्वांगमियोंगसोंग 4 का मुख्य काम मौसम को मॉनीटर करना, प्राकृतिक संसाधनों की मैपिंग करना और इनके जरिए किसानों की मदद करना है.
उपलब्धि या प्रचार
उत्तर कोरिया ने कुछ इस तरह से तकनीकी प्रगति का प्रतीक बताई जा रही घटना की खबर दी. लोगों ने इसे बड़े बड़े स्क्रीनों पर देखा. कम्युनिस्ट सरकार ने इसे कालजयी उपलब्धि बताया है.
कहीं खुशी...
उत्तर कोरिया के लोगों ने खुश होकर प्योंगयोंग के रेलवे स्टेशन पर मॉनीटर पर देश के वैज्ञानिकों द्वारा उपग्रह भेजे जाने की तस्वीर देखी तो दक्षिण कोरिया, जापान और पश्चिमी देशों में चिंता दिखी.
...कहीं चिंता
उत्तर कोरिया के युवा तानाशाह किम जोंग उन को भरोसेमंद शासक नहीं माना जाता है. इसीलिए अमेरिका ने उत्तर कोरिया के उपग्रह लॉन्च को यूएन प्रतिबंधों के बावजूद किया गया मिसाइल टेस्ट बताया है.
जापान की चिंता
जापान को चिंता है कि उत्तर कोरिया मिसाइल का इस्तेमाल उसके खिलाफ कर सकता है. पीएम शिंजो आबे ने ताजा परीक्षण की निंदा की है. जापान अब अमेरिकी मिसाइल रोधी प्रणाली की तैनाती के बारे में सोच रहा है.
विरोध का सामना
अंतरराष्ट्रीय विरोध के मद्देनजर उत्तर कोरिया ने रॉकेट परीक्षण की तारीख आगे कर दी और रविवार को ही परीक्षण कर डाला. इसके बाद उन्होंने दुनिया के सामने अपना उपग्रह अंतरिक्ष में भेजने का दावा किया.
राष्ट्रीय गौरव
इस फाइल फोटो में उत्तर कोरिया का एक सैनिक तोंगचांग री के प्रक्षेपण स्थल पर उन्हा 3 रॉकेट के सामने खड़ा है. उन्हा 3 से 2012 में ब्राइट स्टार नामक उपग्रह को अंतरिक्ष में भेजा गया था.