'इराक़ अपनी सुरक्षा में सक्षम'
२७ जून २००९इस महीने के आख़िर तक अमेरिकी सेनाएं इराक़ी शहरों से लौट जाएंगी. इसे इराक़ की सुरक्षा आत्मनिर्भरता के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव माना जा रहा है क्योंकि इराक़ पर हमले और राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन को हटाने के बाद से अमेरिकी सेना देश में तैनात थी.
हालांकि जून के आख़िरी सप्ताह में बम विस्फोटों के कारण स्थानीय सुरक्षा बलों की क्षमता पर एक बार सवाल उठा है. उधर प्रधानमंत्री नूरी अल मलिकी ने कहा है कि ''इराक़ नई शरुआत करने को है, एक ऐसी शुरुआत जो इराक़ की संप्रभुता का आधार बनेगी. ये दुनिया के लिये एक संदेश है कि हम अपनी सुरक्षा ख़ुद कर सकते हैं और अंदरूनी मामलों को सुलझा सकते हैं.''
इराक़ में अमेरिकी सेना जून अंत तक शहरों से निकलकर अपने ठिकानों में लौट जाएगी और फिर सितंबर दो हज़ार दस तक अमेरिकी सैनिक, मोर्चों से हट जाएंगे. 2011 में अमेरिकी सैनिक पूरी तरह इराक़ छोड़ देंगे.
इस सप्ताह इराक़ के उत्तरी शहर किरकुक में दो बम विस्फोट हुए थे जिसमें डेढ़ सौ लोगों की जान चली गई थी. वहीं शुक्रवार को बग़दाद के बाज़ार में हुए बम धमाके में तेरह लोग मारे गए.
इराक़ी और अमेरिकी अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि सेना की पूरी वापसी के साथ और जनवरी में आम चुनावों के दौरान वहां हिंसा में बढ़ोतरी हो सकती है.
हालांकि मलिकी ने स्थानीय सुरक्षा में अपना विश्वास ज़ाहिर किया और कहा कि, ''हमें अपने सुरक्षा बलों और अधिकारियों में पूरा विश्वास है. ''
इराक़ी सरकार ने हिंसा को देखते हुए शहरों में सुरक्षा बलों की चौकसी बढ़ा दी है. हाल ही में इराक़ में हुई हिंसा के लिये सरकार सुन्नी चरमपंथियों को ज़िम्मेदार ठहरा रही है.
रिपोर्ट-एजेंसियां/आभा मोंढे
संपादन-एस जोशी