इतिहास में आजः 19 अक्टूबर
१८ अक्टूबर २०१३विज्ञापन
नोबेल विजेता जर्मन भौतिकशास्त्री प्लांक ने बताया कि अगर कोई काली वस्तु स्थिर तापमान पर रहे तो वह इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन छोड़ने लगती है. प्लैंक के मुताबिक यह रेडिएशन तापमान पर निर्भर करता है, काली वस्तु के आकार या पदार्थ पर नहीं. थ्योरैटिकल फिजिसिस्ट माक्स प्लांक को उनकी क्वांटम थ्योरी के लिए 1918 में नोबेल पुरस्कार दिया गया.
माक्स प्लांक के नाम पर आज जर्मनी में कई शोध संस्थान चलते हैं. इन तमाम माक्स प्लांक शोध संस्थानों में अलग अलग विषयों पर शोध होते हैं. यह संस्थान 1911 में काइजर विल्हेल्म सोसायटी के नाम से शुरू किया गया था. 1948 में इसे माक्स प्लांक सोसायटी नाम दिया गया. जर्मन भाषा में इसे माक्स प्लांक गेजेलशाफ्ट कहा जाता है. विज्ञान, समाज शास्त्र, कला और मानव विज्ञान के विषय पर यहां शोध होते हैं.