इतिहास में आज: 5 सितंबर
४ सितम्बर २०१४26 अगस्त 1910 को मेसेडोनिया गणराज्य के एक अल्बेनियाई परिवार में जन्मी मदर टेरसा रोमन कैथोलिक नन थीं. उन्होंने 18 साल की उम्र में घर छोड़ दिया था. मदर टेरेसा 1929 में भारत आईं. तब वह सिस्टर थीं और दार्जिलिंग में रहती थीं. बाद में वह कोलकाता आईं और यहीं की होकर रह गईं. 1943 में बंगाल में पड़े अकाल से हजारों लोगों की मौत हो गई. उस समय मिशनरी के निर्देशों की परवाह किए बिना मदर लोगों की मदद करने में जुट गईं.
मदर टेरेसा ने 1950 में कोलकाता में ही मिशनरीज ऑफ चैरिटी की स्थापना की. अपनी आखिरी सांस तक वह जरूरतमंदों, कुष्ठ रोगियों और निर्बलों की देखभाल करती रहीं. 5 सितंबर 1997 को उनका निधन हो गया. 1980 में उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया. मदर टेरेसा द्वारा स्थापित मिशनरीज ऑफ चैरिटी में एचआईवी एड्स, कुष्ठ रोग और टीबी के मरीजों की देखभाल की जाती है. आज भी उनके दिखाए रास्ते पर चलकर मिशनरी के लोग कई स्कूल और अनाथालय चलाते हैं और रोगियों की सेवा में लगे हुए हैं.