इंदिरा गांधी के जीवन के अहम पड़ावों पर एक नज़र.
३१ अक्टूबर २००९विज्ञापन
नज़र डालते हैं गूंगी गुड़िया कही जाने वाली इंदिरा के सफ़र पर कि वो कैसे आयरन लेडी बन गई. देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की बेटी के रूप में पहचान पीछे छोड़ वह कैसे एक अंतरराष्ट्रीय नेता बनीं.
- इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 को इलाहाबाद में.
- 1941 में ऑक्सफोर्ड की पढ़ाई पूरी कर देश लौटी. यूरोप प्रवास के दौरान ही फ़िरोज़ गांधी से मुलाक़ात हुई. देश लौटीं और स्वाधीनता आंदोलन में भाग लिया.
- 1942 में पिता के विरोध के बावजूद फिरोज़ गांधी से शादी की, भारत छोड़ो आंदोलन में दोनो एक साथ जेल गए.
- 1964 में पिता की मौत के बाद राज्यसभा की सदस्य चुनी गईं. तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के मंत्रिमंडल में सूचना और प्रसारण मंत्री के रूप में शामिल. मद्रास गई और वहां दिलेरी और चतुराई से हिंदी भाषा विरोधी आंदोलन को शांत करने में अहम भूमिका निभाई
जीवट राजनीतिज्ञ
- 1959-60 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष चुनी गईं.
- 1965 में भारत पाक युद्ध के दौरान श्रीनगर के सीमाई इलाके में पहुंची और स्थानीय प्रशासन की हौसला अफ़ज़ाई की.
- 1966 में लाल बहादुर शास्त्री की अचानक मौत के बाद प्रधानमंत्री बनी. तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष के कामराज ने अहम भूमिका निभाई
- कांग्रेस संसदीय दल की वोटिंग हुई जिसमें इंदिरा को मोरारजी से ज़्यादा वोट मिले, और वो संसदीय दल की नेता चुनी गई.
- कांग्रेस दो धड़ों में टूटी.
प्रधानमंत्री इंदिरा
- 1966 से 1967 तक लगातार तीन बार प्रधानमंत्री बनी.
- 1980 में चौथी बार देश की प्रधानमंत्री चुनी गईं.
- 1969 में बैंको का राष्ट्रीयकरण कर दिया
- 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्ध. बांग्लादेश के निर्माण में अहम रोल
- 1971 के आम चुनाव में गरीबी हटाओ का नारा भी दिया.
- 1974 में पोखरन में परमाणु परीक्षण. इसी दौरान देश में हरित क्रांति का सूत्रपात किया और इस दौरान रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन. दूध उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लिए श्वेत क्रांति भी शुरू की.
- 12 जून 1975 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इंदिरा गांधी के लोकसभा चुनाव में जीत को अवैध करार दिया. चुनावी धांधली का आरोप. कुर्सी छोड़ने का आदेश मिला और छह साल के लिए चुनाव लड़ने पर रोक. इंदिरा ने अदालती आदेश की अनदेखी की.
- 25 जून 1975 को इंदिरा ने इमरजेंसी लगा दी. जो 21 महीने तक चली.
- 1977 में चुनाव कराए. इस दौरान हुए विपक्षी आंदोलन की हवा में कांग्रेस चुनाव हार गई औऱ जनता पार्टी की सरकार आई
- 1979 में जनता गठबंधन टूटकर बिखर गया औऱ मोरारजी देसाई की सरकार जाती रहीय चरण सिंह इंदिरा की कांग्रेस पार्टी की मदद से प्रधानमंत्री बने लेकिन जल्द ही इंदिरा ने समर्थन वापस ले लिया
- 1980 में नए चुनाव हुए और इंदिरा की अगुवाई में कांग्रेस ने भारी जीत हासिल की.
- 1983 में दिल्ली में गुटनिरपेक्ष देशों की शिखर बैठक हुई. इंदिरा गांधी को नया अध्यक्ष चुना गया.
- 1984 सिख चरमपंथ की धीरे धीरे सुलगती आग फैलती गई और अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में चरमपंथियों का जमावड़ा होने लगा.
- जून 1984 में इंदिरा ने सेना को मंदिर परिसर में घुसने का आदेश दिया. ऑपरेशन ब्लूस्टार को अंजाम दिया गया.
- 31 अक्टूबर 1984 को दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास पर इंदिरा गांधी की दो सिख अंगरक्षकों ने गोली मार कर हत्या कर दी.
रिपोर्टः एजेंसियां/एस जोशी
संपादनः आभा मोंढे
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