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इंटरपोल ने 11 रेड नोटिस जारी किए

१९ फ़रवरी २०१०

अंतरराष्ट्रीय पुलिस एजेंसी इंटरपोल ने हमास कमांडर मोहम्मद अल मबहूह की हत्या के सिलसिले में 11 लोगों के ख़िलाफ़ रेड नोटिस जारी किए हैं. दुबई के टॉप पुलिस अधिकारी के मुताबिक़ हत्या के पीछे ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद का हाथ.

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तस्वीर: AP

हमास कमांडर की हत्या के मामले में अब 11 संदिग्ध उन लोगों की लिस्ट में आ गए हैं जिनकी इंटरपोल को तलाश है. इंटरपोल ने इन 11 संदिग्धों की तस्वीरें प्रकाशित की हैं साथ ही उन लोगों के नाम बताए हैं जिनका ग़लत तरीक़े से इस्तेमाल इन संदिग्धों ने किया था.

Nahost Mahmud al-Mabhuh Suspekte
तस्वीर: picture alliance/dpa

हालांकि इन संदिग्ध लोगों के ख़िलाफ़ गिरफ़्तारी का वॉरन्ट जारी नहीं किया गया है. रेड नोटिस के ज़रिए अनुरोध किया जाता है कि संदिग्ध को गिरफ़्तार कर लिया जाए भले ही प्रत्यर्पण के मामले पर आख़िरी फ़ैसला न हुआ हो.

दुबई पुलिस को शक़ है कि ये 11 लोग इस्राएल की ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद के सदस्य थे. दुबई के पुलिस प्रमुख का कहना है कि उन्हें 99 फ़ीसदी विश्वास है कि मबहूह की हत्या में मोसाद का हाथ है.

दुबई पुलिस का कहना है कि अगर मोसाद के एजेंट इस हत्या के पीछे हुए तो वो चाहती है कि मोसाद के मुखिया को गिरफ़्तार किया जाए. हालांकि इस्राएल का कहना है कि इस दावे का कोई सबूत नहीं है.

इस बीच चार यूरोपीय देशों ने हमास कमांडर की दुबई में हत्या के मामले में इस्राएल पर दबाव बढ़ा दिया है. हमास कमांडर की हत्या के लिए ब्रिटेन, आयरलैंड, फ़्रांस और जर्मनी के फ़र्ज़ी पासपोर्ट का इस्तेमाल किया गया था और कई लोगों की जानकारी को चुरा लिया गया था.

इनमें 6 ब्रिटिश पासपोर्ट, तीन आयरिश पासपोर्ट, एक जर्मन और एक फ़्रांस का पासपोर्ट इस्तेमाल किया गया जिससे ये चारों देश नाराज़ हैं.

ब्रिटेन, फ़्रांस, आयरलैंड और जर्मनी ने इस्राएली राजनयिक को विदेश मंत्रालय में बुलाकर उनसे इस मामले में बात की है. कूटनीतिक तनाव के बीच ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड मिलिबैंड ने इस्राएल से इस मामले की जांच में पूरी तरह सहयोग देने की अपील की है.

मिलिबैंड के मुताबिक़ वह फ़र्ज़ी पासपोर्ट के इस्तेमाल की तह तक जाना चाहते हैं. हमास के कमांडर मबहूह की 20 जनवरी को दुबई के एक होटल में हत्या कर दी गई थी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: आभा मोंढे