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इंटरपोल को 656 भारतीयों की तलाश

२९ अगस्त २०१०

इंटरपोल की वॉन्टेड लिस्ट में भारतीयों की संख्या बढ़ती जा रही है. इस वक्त इस लिस्ट में 650 से ज्यादा भारतीयों के नाम शामिल हैं. अंतरराष्ट्रीय संस्था ने पिछले पांच साल में भारतीयों के खिलाफ 656 रेड अलर्ट नोटिस जारी किए.

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तस्वीर: picture-alliance/ chromeorange/ DW-Fotomontage

रेड अलर्ट या रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने पर किसी भी देश की पुलिस उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर सकती है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उसके बारे में व्यक्ति के अपने देश को या फिर उस देश को जानकारी देनी होती है, जहां अपराध किया गया. इंटरपोल दुनिया की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय पुलिस संस्था है. 188 देश इसके सदस्य हैं.

भारत के जिन लोगों के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए हैं, उनमें से ज्यादातर अपराध विदेशों में हुए हैं. ज्यादातर लोगों की तलाश आतंकवाद या फिर बलात्कार जैसे संगीन मामलों में है. 2005 से मई 2010 के बीच जारी किए गए रेड कॉर्नर नोटिसों में सबसे ज्यादा पिछले साल जारी हुए. 2009 में 150 नोटिस जारी किए गए. इससे पहले 2007 में 133 और 2006 में 119 लोगों के खिलाफ नोटिस जारी हुए.

इससे पता चलता है कि इंटरपोल की वॉन्टेड लिस्ट में भारतीयों की संख्या बढ़ी है क्योंकि 2005 में सिर्फ 94 नोटिस जारी हुए थे. हालांकि 2008 में भी यह तादाद काफी कम रही. तब 85 भारतीयों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी हुए. इस साल जनवरी से मई के बीच 75 भारतीयों के खिलाफ नोटिस जारी हो चुके हैं.

यह पूरी जानकारी सीबीआई ने सूचना के अधिकार के तहत पूछे गए सवालों के जवाब में अश्विनी श्रीवास्तव को उपलब्ध कराई है. इस जवाब में सीबीआई ने बताया है कि भारतीयों ने सबसे ज्यादा अपराध जिन देशों में किए हैं, उनमें अरब मुल्क सबसे ऊपर हैं. सऊदी अरब, कुवैत, यूएई और ओमान में सबसे ज्यादा अपराध हुए हैं. इसके अलावा कुछ नोटिस अमेरिका, हांग कांग, रूस, बेलारूस, मिस्र, ऑस्ट्रेलिया और बेल्जियम में हुए अपराधों के लिए भी जारी किए गए हैं.

इंटरपोल की लिस्ट में शामिल लोगों में हाजी इब्राहिम सलीम, शेख अनवर, कोचिपीडीकायील शबीरकायील, सबीर कोचिपीडीकायील, नाजिर कोचिपीडीकायील और शाजा खान शामिल हैं. इन सभी के खिलाफ आतंकवाद और उससे जुड़े अपराधों में रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए गए हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः आभा एम

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