"इंजमाम ने किया पाकिस्तान का बेड़ा गर्क"
९ अगस्त २०१०सुहैल का कहना है कि जब इंजमाम रिटायर हुए, तो उन्होंने पाकिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम को तहस नहस कर दिया था और उसमें कुछ बचा ही नहीं था. उनका कहना है कि टीम में कई मुश्किलें पैदा हो गई थीं.
सुहैल ने पाकिस्तान के एक टेलीविजन चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, "जब इमरान खान रिटायर हुए, तो उन्होंने टीम में तेज गेंदबाजों की अच्छी खासी जमात छोड़ी, जब जावेद मियांदाद रिटायर हुए, तो टीम में अच्छे बल्लेबाज आ चुके थे. लेकिन जब इंजमाम ने रिटायरमेंट ली तो टीम में कुछ भी नहीं बचा था."
सुहैल का मानना है कि जब इंजमाम टीम में थे तो किसी भी बल्लेबाज को ज्यादा दिनों तक टिकने नहीं दिया जाता था और न ही उसे अच्छा प्रदर्शन करने की ज्यादा मोहलत मिलती थी.
पाकिस्तान के लिए ओपनिंग बल्लेबाजी करने वाले सुहैल कहते हैं, "यासिर हमीद, आसिम कमाल, फैसल इकबाल, तौफीक उमर या हसन रजा जैसे बल्लेबाजों ने बहुत अच्छा क्रिकेट खेला. लेकिन उन्हें बहुत ज्यादा मौके ही नहीं दिए गए ताकि वे खुद को साबित कर पाएं."
इंजमाम उल हक ने पाकिस्तान के लिए 120 टेस्ट मैच खेले हैं और उन्होंने 2007 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया. टेस्ट में उनके नाम 25 सैकड़ों सहित 8000 से ज्यादा रन हैं.
रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल
संपादनः आभा एम