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आमेर बन सकते हैं आईसीसी के मुखबिर

१४ सितम्बर २०१०

पाकिस्तान के बेहद युवा गेंदबाज मोहम्मद आमेर स्पॉट फिक्सिंग मामले में आईसीसी के मुखबिर बन सकते हैं और क्रिकेट के खेल में सट्टेबाजी का खुलासा कर सकते हैं. जिंदगी भर के बैन से बचने के लिए वह इस रास्ते को चुन सकते हैं.

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तस्वीर: AP/DW

ऑस्ट्रेलियाई अखबार डेली टेलीग्राफ ने लिखा है कि पाकिस्तानी तेज गेंदबाज आमेर उस पासे को पटलने के लिए तैयार हैं जिससे उनकी जिंदगी खतरे में पड़ सकती है. सूत्रों के हवाले से अखबार ने लिखा है कि 18 साल के आमेर पुलिस और स्पॉट फिक्सिंग के मामले में चल रही आईसीसी की छानबीन में सहयोग करने को तैयार हैं.

ब्रिटिश अखबार न्यूज ऑफ द वर्ल्ड ने मजहर मजीद नाम के एक सट्टेबाज के जरिए आमेर समेत तीन पाकिस्तानी खिलाड़ियों को फिक्सिंग में शामिल बताया. अन्य दो खिलाड़ी सलमान बट और मोहम्मद आसिफ हैं. तीनों खिलाड़ियों को आईसीसी ने निलंबित कर रखा है और वे अभी पाकिस्तान में हैं.

आरोप है कि पिछले महीने लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में इन तीनों खिलाड़ियों ने नो बॉल फेंकने की साजिश रची. डेली टेलीग्राफ के मुताबिक समझा जाता है कि आमेर अपनी कहानी बताना चाहते हैं और संभव है बट, आसिफ और अन्य खिलाड़ियों के खिलाफ सबूत देना चाहते हैं. सिर्फ 18 साल के आमेर खासे प्रतिभाशाली माने जाते हैं और फिक्सिंग मामले की जांच में सहयोग भी कर रहे हैं. ऐसे में बहुत संभावना है कि उन्हें बहुत कम सजा मिले. वह उम्र भर के बैन से बच सकते हैं जिसका खतरा दूसरे खिलाड़ियों पर मंडरा रहा है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः ए जमाल

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