''आतंकी नहीं है नक्सली''
२० अक्टूबर २००९चिदंबरम की राय में नक्सली हिंसा पर क़ाबू पाने के लिए बहुआयामी तरीक़े विकसित किए जाने कि ज़रूरत है. लेकिन उन पर आतंकवादियों की तरह कार्रवाई करना ठीक नहीं होगा.
चिदंबरम ने कहा कि नक्सलियों की तुलना जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकियों और पूर्वोत्तर के घुसपैठी चरमपंथियों से नहीं की जा सकती. लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष रवि राय को भेजी एक चिट्ठी में चिदंबरम ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि अगर नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ें तो सरकार उनसे बात करने के लिए भी तैयार है. इस चिट्ठी की प्रतियां जस्टिस राजेंद्र सच्चर, प्रोफ़ेसर रजनी कोठारी, कुलदीप नैयर, अरुणा राय और के जी कानाबिरन को भी भेजी गई हैं.
चिदंबरम ने कहा कि नक्सलियों से बातचीत में एक ही रोड़ा है और वह है नक्सलियों की हिंसा.
समझा जाता है कि सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दिल्ली में मंगलवार को हुई बैठक में चिदंबरम ने यही बात दोहराई कि नक्सलियों के साथ अलग सलूक की दरकार है. उन्होंने पूर्वोत्तर में सक्रिय चरमपंथियों और आतंकियों से नक्सलियों को अलग बताया. और कहा कि वे इन तत्वों की तरह देश तोड़ने जैसी कार्रवाई में सक्रिय नहीं है.
इस बीच केंद्र सरकार ने कहा कि नक्सली अपने अभियान में बच्चों को भी हथिय़ारबंद कर रहे हैं और यह निंदनीय है. केंद्र के मुताबिक़ नक्सलियों की इस तरह की हरकतों पर अंकुश लगाया जाएगा.
केंद्र सरकार नक्सल प्रभावित 20 राज्यों में एक व्यापक अभियान की तैयारी कर रही है. इस बीच नक्सलियों ने पश्चिम बंगाल के लालगढ़ में पुलिस स्टेशन और एक बैंक पर हमला किया. एक पुलिस सब इंस्पेक्टर इस हमले में मारा गया.
उधर झारखंड में नक्सली हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई. एक नक्सली कार्यकर्ता भी मारा गया.
रिपोर्टः एजेंसियां/एस जोशी
संपादनः ए कुमार