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आतंकवाद का सफ़ाया करे पाकिस्तान: क्लिंटन

१९ जुलाई २००९

भारत यात्रा पर आईं अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी को मज़बूत करने की इच्छा ज़ाहिर की है और कहा है कि मुंबई हमलों के ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ पाकिस्तान को क़दम उठाने होंगे.

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भारत के साथ मज़बूत संबंधों पर ज़ोरतस्वीर: AP Photo/M. Spencer Green

मुंबई हमलों का गवाह बने ताज होटल में ठहरी हिलेरी क्लिंटन ने शनिवार को उद्योग जगत की बड़ी हस्तियों से मुलाक़ात की और मुंबई हमलों में मारे गए लोगों को श्रृद्धांजलि दी. आज वह दिल्ली के लिए रवाना होंगी

लाल रंग का बिज़नेस सूट पहनी हिलेरी क्लिंटन के लिए शनिवार बेहद व्यस्तता भरा दिन था. भारत आते ही उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि अमेरिका भारत के साथ सहयोग के एक नए दौर की शुरूआत और द्विपक्षीय रिश्तों को मज़बूत करना चाहता है.

Kashmir’s Hurriyat leader Mirwaiz Omar Farooq addressing a Friday congregation at Jamia Masjid in Srinagar.
कश्मीर का मुद्दा बातचीत का हिस्सा बनेतस्वीर: UNI

भारत की चौथी बार यात्रा कर रही क्लिंटन का दिन शुरू हुआ मुंबई हमले के शिकार लोगों को श्रृद्धांजलि देने से. उन्होंने इन हमलों में ज़िंदा बचे कुछ लोगों से भी मुलाक़ात की और आतंकवाद को विनाशकारी और बर्बर करार दिया. यह कहे जाने पर आतंकवाद को मिटाने के लिए पाकिस्तान की ओर से प्रयास नहीं किए जा रहे हैं, हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि पाकिस्तान को आतंकवादी संगठनों का सफ़ाया करने की ज़रूरत है. विदेश मंत्री ने कहा कि हम स्पष्ट रूप से ऐसा कहते आए हैं और आगे भी कहते रहेंगे.

एक निजी टीवी चैनल से बातचीत में हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि पाकिस्तान के लिए ज़रूरी है कि वह हर आतंकवादी संगठन का ख़ात्मा करे. कश्मीर के मुद्दे पर हिलेरी क्लिंटन ने स्पष्ट किया कि दशकों पुराने इस विवाद पर अमेरिका अपनी कोई भूमिका नहीं मानता. उन्होंने इस बात से भी इनकार किया कि अमेरिका दोनों देशों को बातचीत के लिए दबाव डाल रहा है. हालांकि पाकिस्तान के डॉन न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में हिलेरी क्लिंटन कह चुकी हैं कि दोनों देशों के बीच वार्ता में कश्मीर का मुद्दा भी शामिल होना चाहिए.

भारत के साथ परमाणु समझौते पर क्लिंटन का कहना है कि भारत के सीटीबीटी पर हस्ताक्षर करने या न करने से इस समझौते का भविष्य नहीं जुड़ा है और वह इसे करार को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका एक ऐसे समझौते पर सहमति का प्रयास कर रहा है जिसके बाद हथियार और संवेदनशील तकनीक जिन्हें भारत को बेचा जाएगा वे दूसरे देशों तक नहीं पहुंच पाएंगी. सोमवार को विदेश मंत्री एसएम कृष्णा के साथ मुलाक़ात के दौरान इस पर हस्ताक्षर की उम्मीद है.

शनिवार को हिलेरी क्लिंटन ने भारत के बड़े उद्योगपतियों के साथ मुलाक़ात की जिनमें टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा, रिलायन्स ग्रुप के मुकेश अंबानी सहित अन्य बड़ी हस्तियां मौजूद थीं. इस दौरान ऊर्जा सुरक्षा, कृषि, वित्तीय संकट और जलवायु परिवर्तन पर बातचीत हुई और क्लिंटन ने इसे सफल बताया.

क्लिंटन आज दिल्ली के लिए रवाना होंगी जहां वह भारतीय नेताओं से आर्थिक विकास, जलवायु परिवर्तन, शिक्षा स्वास्थ, आतंकवाद सहित अन्य कई मुद्दों पर चर्चा करेंगी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ओ सिंह