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आडवाणी क्यों आए भारत: बाल ठाकरे

१९ अगस्त २००९

बीजेपी के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह की किताब को शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे ने आड़े हाथों लिया है. शिवसेना के मुखपत्र सामना में बाल ठाकरे ने कहा है कि अगर जिन्ना सेकुलर थे तो आडवाणी पाकिस्तान छोड़कर भारत क्यों आए.

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जसवंत की किताब पर विवादतस्वीर: AP

सामना में लिखे लेख के ज़रिए बाल ठाकरे सीधे बीजेपी पर बरसे. उन्होंने जसंवत सिंह के साथ साथ लालकृष्ण आडवाणी को भी लपेटा और कहा, ''जिन्ना की तारीफ़ करके आडवाणी ने विचारधारा का असंजस पैदा किया और अब जसवंत उसी को आगे बढ़ा रहे हैं.

बीजेपी पर तीखे हमले करते हुए शिवसेना सुप्रीमो ने यह भी कहा कि विचारधारा के असमंजस के चलते ही लोकसभा चुनावों में पार्टी का ये हाल हुआ. दरअसल ये दोनों नेता जिन्ना को धर्मनिरपेक्ष मानते हैं. इसी पर कांग्रेस के अलावा बाल ठाकरे को भी आपत्ति है. ठाकरे कहते हैं, ''अगर जिन्ना सेकुलर थे तो आडवाणी पाकिस्तान के सिंध प्रांत से भारत क्यों आए.''

उधर जसवंत की किताब से उनकी अपनी पार्टी बीजेपी परेशान है. पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने इस किताब से पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि बीजेपी का इससे कोई लेना देना नहीं है. मंगलवार को राजनाथ सिंह ने कहा, ''1947 में विभाजन के कारण करोड़ों लोगों को बेघर होना पड़ा और दिलों को ठेस पहुंचा देने वाले इस घटनाक्रम में जिन्ना की भूमिका जगजाहिर है.''

असल में जसवंत सिंह ने 'जिन्ना: इंडिया, पार्टीशन, इंडिपेंडेंस' नामकी किताब लिखी है. इसमें कहा गया है कि 1947 में देश के विभाजन के लिए जिन्ना नहीं बल्कि जवाहर लाल नेहरू और कांग्रेस ज़िम्मेदार थे. सोमवार को ही बीजेपी के अन्य नेताओं की ग़ैरमौजूदगी में इस इस किताब का विमोचन हुआ और अब इस विवाद शुरू हो गया है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: आभा मोढे