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आईसीसी ने खिलाड़ियों से बोलने को कहा

१० नवम्बर २०१०

जुलकरैन हैदर के भाग कर लंदन पहुंचने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने खिलाड़ियों से और ज्यादा सहयोग की मांग करते हुए उनसे खुल कर अपनी बात कहने की अपील की है.जुल्करनैन हैदर का दावा है उन्हें जान से मारने की धमकी मिली.

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तस्वीर: AP

24 साल के जुल्करनैन दुबई में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलने गई पाकिस्तानी क्रिकेट टीम में थे. सोमवार को वो अचानक बिना किसी को बताए लंदन चले गए. जुल्करनैन ने ना तो टीम मैनेजमेंट को कोई खबर दी ना ही आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधी और सुरक्षा शाखा एसीएसयू को. आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हारून लोगार्ट का कहना है कि इस घटना ने ये साबित कर दिया है कि भ्रष्टाचार से जुड़ी जानकारियों को बांटा जाना कितना जरूरी है. समाचार एजेंसी एएफपी से बात करते हुए लोगार्ट ने कहा,"मेरा मानना है कि हमें खिलाड़ियों में ये भरोसा पैदा करना होगा कि सबसे सही कदम ये है कि वो एसीएसयू के अधिकारियों को ऐसी हर बात बताएं जो वो दुनिया को बताना चाहते हैं."

Zulqarnain Haider Pakistan Sport Cricket
जुल्करनैन भाग कर लंदन पहुंचेतस्वीर: AP

मैच फिक्सिंग ने जब क्रिकेट को बदनाम कर दिया तो आईसीसी ने 2001 में एसीएसयू का गठन किया. उस समय लगे मैच फिक्सिंग के आरोपों में घिरने के बाद दक्षिण अफ्रीका के हैन्सी क्रोन्ये, भारत के मुहम्मद अजहरूद्दीन और पाकिस्तान के सलीम मलिक के क्रिकेट खेलने पर जीवन भर की पाबंदी लग गई.

हाल ही में पाकिस्तान क्रिकेट एक बार फिर मैच फिक्सिंग और स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में घिर गया है. हाल ही में हुए इंग्लैंड दौरे पर टीम के तीन खिलाड़ी स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में फंस गए. इन आरोपों में घिरने के बाद फिलहाल सलमान बट, मोहम्मद आमेर और मोहम्मद आसिफ को निलंबित कर दिया गया है. हैदर के भाग कर लंदन पहुंचने से पाकिस्तान क्रिकेट की समस्या एक बार फिर उभर कर सामने आ गई है.

मंगलवार को जुल्करनैन ने पाकिस्तानी न्यूज चैनल जियो टीवी को बताया कि उसे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चौथे वन डे में मैच जिताउ 19 रन बनाने के बाद लगातार जान से मारने की धमकी दी जा रही है. हैदर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का भी एलान कर दिया है. हारुन लोगार्ट का कहना है कि एसीएसयू को इस बारे में जानकारी न देकर हैदर ने गलती की है. लोगार्ट ने कहा," मुझे नहीं लगता कि उसने जो किया वो ठीक था क्योंकि इससे समस्या खत्म नहीं होगी. अच्छा ये होता कि वो एसीएसयू से बात करता."

लोगार्ट ने बताया कि आईसीसी ने सभी सदस्य बोर्डों को संदेश भेजा है कि वो भ्रष्टाचार के बारे में जानकारियों को साझा करें. लोगार्ट ने इस बात से भी इंकार किया कि आईसीसी केवल पाकिस्तान को निशाना बना रही है. लोगार्ट ने इस बात से भी इंकार किया कि उसने पीसीबी को कामरान अकमल या दानिश कनेरिया के बारे में कोई निर्देश दिया है. दानिश कनेरिया को स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों से मुक्ति दे दी गई है जबकि कामरान अकमल संदेह के घेरे में है. कामरान अकमल को फिट होने के बावजूद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया. कनेरिया को पहले टीम में शामिल कर लिया गया था लेकिन पीसीबी से हरी झंडी नहीं मिलने के बाद उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. लोगार्ट का कहना है."आईसीसी बोर्ड को इस बारे में निर्देश नहीं देती कि किस खिलाड़ी को चुनना है और किसको नहीं."

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः उज्ज्वल भट्टाचार्य

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